इस माह के अंत तक प्रत्येक ग्राम पंचायत में शुरू हों मनरेगा के कार्य
-ऐसा न होने पर संबंधित खंड विकास अधिकारी के खिलाफ होगी कार्रवाई
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में इस माह के अंत तक अनिवार्य रूप से कार्य शुरू किए जाएं। ऐसा न करने पर संबंधित खंड विकास अधिकारी के विरुद्ध डंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह चेतावनी जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने दी है।
शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे की अध्यक्षता में विकासभवन सभागार में मनरेगा के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम्य विकास, कृषि विभाग, उद्यान, पशुपालन, संगध पौध विभाग(कैप), रेशम विभाग और मत्स्य विभाग जैसे रेखीय विभागों जिनके मनरेगा कन्वर्जेंस के माध्यम से योजना में कार्य होने सम्मिलित हैं की प्रस्तावित कार्ययोजना तथा जनपद में प्रत्येक विकासखंड को अमृत सरोवर परियोजना के अंतर्गत दिए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आगामी 13 मई को ग्राम सभा की खुली बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही विभिन्न रेखीय विभागों की मनरेगा कन्वर्जेंस से जुड़ी योजनाओं और अमृत सरोवर परियोजना के प्रस्ताव का ग्राम सभा के माध्यम से अनुमोदन कराते हुए विकासखंड या रेखीय विभागों के माध्यम से जनपद को प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों की कम प्रगति वाले तीन विकासखंडों के खंड विकास अधिकारियों का स्पष्टीकरण लेने के डीडीओ को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकास खंडों को जो 5-5 अमृत सरोवर कार्य करने के लक्ष्य दिए हैं, उस संबंध में तेजी से अग्रिम कार्यवाही करें और जहां पर जल स्रोतों में अतिक्रमण है उन्हें हटाएं। स्रोतों के रिचार्ज और संरक्षण के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाकर सुधारीकरण कार्य करें। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक विकासखंड में पशुपालन विभाग के समन्वय से 500 से 1000 मुर्गों की क्षमता वाला पोल्ट्री फार्म मनरेगा कन्वर्जेंस के माध्यम से बनाना सुनिश्चित करें। कहा कि लोगों से स्वरोजगारपरक कार्य वैज्ञानिक तथा प्रोफेशनल तरीके से करवाएं, ताकि उनको अधिक वित्तीय लाभ प्राप्त हो सके।
विभिन्न योजनाओं में पिछले ब्लॉक बढाएं प्रगति, नहीं चलेगी बहानेबाजी
जिलाधिकारी ने ऐसे विकासखंडों जिनकी विभिन्न योजनाओं और कार्यों में वित्तीय प्रगति, भौतिक प्रगति व अन्य प्रगति का विवरण संतोषजनक नहीं था, को चेतावनी दी कि तत्काल प्रगति बढ़ाते हुए रिपोर्ट देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अगली बैठक में किसी भी तरह की बहानेबाजी नहीं चलेगी। कहा कि बैठक में शामिल होने से पूर्व सभी योजनाओं व कार्यों का स्पष्ट विवरण और संतोषजनक प्रगति विवरण लाएं। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को विकासखंड स्तर के सभी कार्यों की मॉनीटरिंग करने, फील्ड निरीक्षण करते हुए अच्छे कार्यों के फोटोग्राफ्स एकत्रित कर प्रत्येक विकासखंड में सफलता की कहानी के रूप में सार्वजनिक करने के लिए साइनेज अथवा बोर्ड पर संक्षिप्त किंतु जरूरी विवरण दर्शाते हुए चस्पा करने के निर्देश भी दिए।
अगली बैठक में विकास कार्यों का फोटो के साथ करें प्रस्तुतिकरण
जिलाधिकारी ने कहा कि अगली बैठक में सभी कार्यों का विद फोटोग्राफ्स प्रेजेंटेशन देंगे। उन्होंने मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम डिवाइस रजिस्ट्रेशन, जॉब कार्ड वेरिफिकेशन, मस्टर्ड रोल, आधार से लिंक, फिल्ड उपस्थित थ्रू एनएमएमएस एप, जियो टैगिंग इत्यादि कार्यों की प्रगति तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सगन्ध पौध केंद्र, रेशम विभाग, उद्यान विभाग आदि विभागों को भी मनरेगा कन्वर्जेंस से होने वाले कार्यो की प्रगति को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि विकास कार्यों के प्रस्ताव में एकरूपता हेतु उसको ग्राम सभा से अनुमोदित करवाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने पीएम आवास योजना की समीक्षा करते हुए परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देशित किया कि ऐसे आवास योजना के कार्यों जिनकी द्वितीय किश्त की धनराशि अभी तक जारी नहीं हो पाई है उन सभी की 1 सप्ताह में आवास कार्यों में अब तक की प्रगति का प्रजेंटेशन देंगे तथा तत्काल वितीय प्रगति और भौतिक प्रगति बढ़ाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर पीडी संजीव कुमार रॉय, डीडीओ पुष्पेंद्र चौहान, पीडी स्वजल दीपक रावत, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, खंडविकास अधिकारी कोट दिनेश प्रसाद बडोनी, खिर्सू दिनेश पन्त, यमकेश्वर दृष्टि आनंद, पाबौ तेज सिंह, रिखणीखाल कलावती बिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।