मोदीनगर में बड़ा हादसा, पटाखा फैक्ट्री में आग से 7 मौत
मोदीनगर, एजेंसी । मोदीनगर में रविवार की दोपहर बड़ा हादसा हो गया है। यहां के बखरवा गांव में पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई है। आग कैसे लगी यह फिलहाल पता नहीं मगर देखते ही देखते आग ने काफी भयावह रूप धारण कर लिया। फिलहाल मिल रही सूचना के अनुसार 7 लोगों के मरने की पुष्टि हो गई है। वहीं अंदर 20 लोगों के फंसे होने की सूचना है। यूपी के सीएम योगी ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्घ्होंने अधिकारियों को तुरंत मौके पर रवाना होने के साथ ही पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मौके पर आइजी पहुंच गए हैं।
मृतकों की संख्घ्या बढ़ते ही लोगों का गुस्घ्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। लोग गुस्घ्से में प्रदर्शन कर रहे हैं। डीएम, एसपी और विधायक सहित मौजूद सभी अधिकारियों को घेर रखा है। कुछ लोग तो एंबुलेंस के सामने ही लेट गए हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाएं बेहोश हो गई हैं।
स्थानीय लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए अंदर से 10 लोगों को निकाला है। वहीं, यह भी पता चला है कि यहां पटाखा फैक्ट्री में काम करने वालों में ज्यादातर महिलाएं ही हैं। फिलहाल प्रशासन मरने वालों की शिनाख्त करने और राहत बचाव काम में लगा है।फैक्ट्री में आग लगते ही लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिग्रेड टीम को दी। इसके बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंच कर आग बुझाने का काम के साथ अंदर फंसे लोगों को बचाने में जुट गए। इधर, ग्रामीणों से मिल रही सूचना के हिसाब से यह फैक्घ्ट्री यहां लंबे समय से चल रही थी।यहां जन्मदिन की पार्टी में इस्तेमाल होने वाली फुलझड़ी बनाई जाती थी। इसके साथ ही यह भी पता चला कि मालिक आसपास के घरों में कच्घ्चा माल भिजवा कर पटाखे बनवाता था। लोगों ने दबी जुबान में यह भी बताया कि पुलिस की मिली भगत से यह काम चल रहा था। मौत की खबर मिलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई है। मौके पर एसपी देहात नीरज जादौन, विधायक ड मंजू शिवाच, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल भी पहुंच गए हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों को घेर लिया है। यहां पर लोग हंगामा मचा रहे हैं। हालात धीरे-धीरे बेकाबू हो रहे हैं। ग्रामीण लाश नहीं उठाने दे रहे हैं।
इधर लोगों से मिली ताजा जानकारी के हिसाब से यह फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी। हालांकि, इस बात की पुष्घ्टि फिलहाल नहीं हो पाई है। वहीं ग्रामीण शव नहीं उठाने देने पर अड़ गए हैं और अधिकारियों को बंधक बनाने के लिए शोर कर रहे हैं। फिलहाल मौके पर हंगामा जारी है।इस मामले में गाजियाबाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने कहा कि यहां प्रथम दृष्टया पहुंचने पर ये जानकारी मिली और हम लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि चौकी इंचार्ज की भूमिका बहुत नकारात्मक रही है और तत्काल प्रभाव से उनको निलंबित कर दिया गया है। पूरी घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। जिसके परिसर में काम हो रहा था उनके खिलाफ एफआरआई करने के निर्देश दिए गए हैं। मृतकों के परिवार को प्रति परिवार 4 लाख रुपये मुआवजे की राशि और घायलों का निशुल्क इलाज कराया जाएगा और उन्हें 50,000 रुपये की राशि दी जाएगी।