बहुउदे्शीय विधिक साक्षरता शिविर लगा
चमोली। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली (नालसा) एवं उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण उच्च न्यायालय, नैनीताल के तत्वावधान में भारत के सीमांत गांव माणा के निकट गढ़वाल स्काउट के मैदान (बद्रीनाथ धाम) में बहुउदे्शीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष उदय उमेश ललित एवं ़ उच्च न्यायालय नैनीताल के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति व उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष एसके मिश्रा, सदस्य सचिव आरके खुल्बे, रजिस्ट्रार जनरल उत्तराखंड उच्च न्यायालय विवेक भारती शर्मा तथा जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेन्द्र दत्त मौजूद रहे। शिविर में विधिक जागरूकता के साथ-साथ केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। शिविर में स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पर्यटन, षि, उद्यान, उद्योग, मत्स्य, पशुपालन, राजस्व आदि तमाम विभागों के स्टल पर जन समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करते हुए योजनाओं से लाभान्वित किया गया। विधिक साक्षरता शिविर का उद्घाटन करते हुए न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उदे्श्य हर जरूरतमंद लोगों तक सुगमता से न्याय पहुंचाना है। इसी उदेश्य से राष्ट्रीय स्तर पर नालसा, राज्य स्तर पर सालसा, जिले स्तर पर विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है, ताकि हर नागरिक को सुगमता से न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को सवैंधानिक अधिकार और न्याय मिलना चाहिए। सीमांत क्षेत्रों में विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक न्याय पहुचाना उनकी प्राथमिकता है। न्यायमूर्ति ने शिविर में लगे सरकारी विभागों के स्टालों का निरीक्षण करते हुए दिव्यांगजनों में वैशाखी, व्हील चियर और कंबल भी वितरित किए। वहीं राइंका पांडुकेश्वर व बडागांव को स्पोर्ट्स किट प्रदान। इससे पूर्व न्यायाधीश ने बदरीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करते हुए देश की खुशहाली की कामना की। शिविर का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सिविल जज (सीडि)ध्सचिव सिमरनजीत कौर द्वारा किया गया। शिविर में कानूनी अधिवक्तागण, पराविधिक कार्यकर्तागण, विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित बडी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद थी।