बागेश्वर। सुनारगांव के एक ग्रामीण ने खनन पट्टाधारक पर नाप खेतों को बिना अनुमति के खनन करने का आरोप लगाया। उसने बताया कि खनन से जमीन को नुकसान हो रहा है। पट्टाधारक से कई बार मना किया, लेकिन वह गाली गलौज और धमकी देने पर उतारू है।
उसने पुलिस से मामले की जांच कर जमीन को हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की। तहसील क्षेत्र के सुनारगांव निवासी जगदीश लाल ने डीएम को पत्र दिया है। उसने बताया कि एक खनन पट्टाधारक उसकी नाप और कब्जे की जमीन को खनन से बर्बाद कर रहा है। जिसके लिए न तो उसके किसी प्रकार की अनुमति ली है और न ही कोई सहमति बनी है। इसके बावजूद वह जमीन को अवैध रूप से खनन कर रहा है। इस बारे में जब उससे बात करनी चाही तो वह गाली गलौज पर उतर आया और जान से मारने की धमकी देने लगा। इससे अपने व परिवार की सुरक्षा को लेकर खतरा बना हुआ है। उसने प्रशासन से मामले की जांच कर सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। पट्टाधारक से किए नुकसान का मुआवजा दिलाने की भी मांग की है। उसका कहना है कि गांव में उनका पुस्तैनी भूमिया का मंदिर भी था जो अब खनन के भेंट चढ़ गया है।