स्वच्छता के नाम पर खानापूर्ति कर रही नगर पंचायत थराली
– एनजीटी के नियमों की खुले आम उड़ाई जा रही धज्जियां
चमोली ।जहां एक और स्वच्छता पखवाड़ा जोर शोर से चल रहा है वही नगर पंचायत थराली में एक स्वच्छता गोष्ठी का आयोजन कर स्वछता पर बड़ी-बड़ी बातें कहीं गई लेकिन हकीकत कुछ और ही है नगर पंचायत थराली केवल स्वच्छता के नाम पर खानापूर्ति कर रही है गौरतलब है कि नगर पंचायत थराली का कोई स्थाई डंपिंग जोन नहीं है पूरा नगर का कूड़ा कर्णप्रयाग -ग्वालदम मोटर मार्ग पर ग्राम पंचायत बेनौली के पास देवराडा वन पंचायत के बरसाती नाले में डाला जा रहा है जो नाला सीधे पिंडर नदी में जाकर मिलता है हल्की बारिश होते ही नगर का सारा कूड़ा पिंडर नदी में बह जाता है जिससे जलीय जीवों के साथ पिंडर नदी प्रदूषित हो रही है ग्राम प्रधान बेनौली गंभीर सिंह रावत का कहना है कि नगर पंचायत थराली नगर का सारा कूड़ा बेनौली के पास बरसाती नाले में डाला जा रहा है जिसकी बदबू के कारण राहगीरो तथा स्कूली बच्चों को यहां से गुजरने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वही चील, कौवे, बंदर कूड़े को इधर-उधर फैला रहे हैं साथी हल्की बारिश होते ही सारा कूड़ा पिंडर नदी में बह रहा है जिससे लगता है कि नगर निगम प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगा रहा है और गर्मी शुरू होते ही क्षेत्र में कूड़े की वजह से बदबू से गंभीर बीमारियां पनपने का खतरा बना हुआ है कांग्रेस ब्लक अध्यक्ष थराली विनोद रावत ने बताया कि नगर पंचायत थराली स्वछता के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहा है और बड़े-बड़े होर्डिंग पोस्टर लगाकर सेल्फी खींच कर इतिश्री कर रहा है उन्होंने बताया कि नगर पंचायत थराली द्वारा अभी भी कई स्थानों पर नालिया ना बनने के कारण कूड़ा नालियों में भरा पड़ा हुआ है किस कारण गर्मियों में बीमारी का खतरा बना हुआ है।सरपच सघठन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत का कहना है नगर पंचायत को कई बार अवगत करा दिया गया है कि वे एक स्थाई डंपिंग जोन बनाये लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं उन्होंने कहा नगर पंचायत थराली एनजीटी के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही है उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नगर पंचायत एक माह मे कोई ठोस कार्यवाही नहीं करता तो ग्राम पंचायत बेनौली, देवराडा की समस्त जनता आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगी जिसकी सम्पूर्ण जीमेदारी नगर पंचायत की होगी नगर पंचायत थराली के अधिशासी अभियंता टंकार कौशल का कहना है नाले को पिंडर नदी की ओर से बंद किया जायेगा और सिमल सेंड में नए डंपिंग जोन के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है पूर्व में दो बार टेंडर कर दिए गए थे लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद कार्य नहीं हो पाया है अब शासन प्रशासन की मदद के बाद ही कार्य किया जाएगा ।