कोटद्वार-पौड़ी

नाले के बहाव से भूमि कटाव का बना खतरा

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सिगड्डी स्रोत नाले से लोकमणिपुर में कृषि भूमि के कटाव का खतरा बना हुआ है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन से सिगड्डी स्रोत गदेरे का बहाव नाले के बीच में करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर गदेरे का बहाव जल्द ही नहीं बदला गया तो काश्तारों की उपजाऊ भूमि बह जायेगी।
वार्ड नंबर 36 लोकमणिपुर के पार्षद जगदीश सिंह मेहरा ने उपजिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि जून माह में सिगड्डी स्रोत में प्रशासन की ओर से साफ-सफाई का कार्य कराया गया। सफाई कार्यों में मानकों की अनदेखी की गई। मशीनों के माध्यम से गदेरे में गहरे-गहरे गड्ढ़े खोद दिये गये। पार्षद ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में स्थानीय प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। चैनलाइजेशन कार्य के दौरान सिगड्डी गदेरे में मशीनों से उपखनिज को उठाया गया। इस दौरान पट्टा धारकों ने मानकों की अनदेखी करते हुए गदेरे में कई फीट गहरे गड्ढे खोद दिये। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। पहली ही बारिश में उपजाऊ भूमि का कटाव होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी तो बरसात की शुरूआत हुई है। आने वाले दिनों में जब गदेरे का जल स्तर बढ़ेगा तो भूमि के कटाव का खतरा बना हुआ है। अगर जल्द ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में बहुत अधिक नुकसान हो सकता है। पार्षद ने कहा कि क्षेत्र के अधिकांश लोग परिवार का भरण पोषण खेती से ही करते है, लेकिन गदेरे का बहाव खेती की ओर से किसानों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है। ज्ञापन में गणेर्श ंसह, जसपार्ल ंसह, दान सिंह, गीता देवी, आनन्द सिंह, चम्पा देवी, चन्दन सिंह, प्रताप सिंह अधिकारी, देव सिंह, नन्दन सिंह, यतेन्द्र, अनिता देवी के हस्ताक्षर है।

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