नमामि गंगे योजना के तहत व्यासघाट को विकसित किया जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व प्रधानाचार्य विनोद चन्द्र कुकरेती ने प्रदेश सरकार से नमामि गंगे/पर्यटन योजना के अंतर्गत जनपद पौड़ी गढ़वाल की ऐतिहासिक व्यास चट्टी/व्यास घाट को विकसित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। पर्यटन योजनाओं के माध्यम से सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिल सकता है। राफ्टिंग के शौकीन लोगों के लिए व्यास घाट क्षेत्र में बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भेजे ज्ञापन में पूर्व प्रधानाचार्य विनोद चन्द्र कुकरेती ने कहा कि चारों ओर से मोटर मार्गों से जुड़ जाने के बावजूद भी व्यास चट्टी/व्यास घाट केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी नमामि गंगे योजना अथवा पर्यटन योजनाओं से अछूता रह गया है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल के सम्पूर्ण दक्षिण पूर्वी भाग के लोग व्यास घाट के किनारे मृतकों के शव का अंतिम संस्कार करते है। लेकिन इस घाट की स्थिति दयनीय बनी हुई है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार गंगा एवं उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से नमामि गंगे योजना के तहत नदियों के किनारे घाटों को विकसित कर रही है, लेकिन व्यास घाट में इस योजना के तहत कोई भी कार्य नहीं किया गया है। आज भी व्यास घाट में नदी किनारे अंतिम संस्कार हो रहे है। यहां न तो कोई विधिवत शवदाह स्थल बनें हैं और न ही अंतिम संस्कार हेतु साथ आए लोगों के लिए कोई सुरक्षित प्रतीक्षा शेड बनाए गए है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे/पर्यटन योजनान्तर्गत इस पौराणिक स्थल को विकसित किया जाना चाहिए।