नक्सलियों ने एक ही परिवार के चार सदस्यों को उतारा मौत के घाट
-घटना के बाद नक्सलियों ने छोड़ा पर्चा
गया, एजेंसी : बिहार के गया में नक्सलियों के हथियार बंद दस्ता ने जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोंनबार गांव में पुलिस की मुखबिरी करने के मामले में दो महिला समेत एक ही परिवार के चार सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद नक्सलियों ने यहां एक पर्चा भी छोड़ा, इसमें लिखा है कि सात माह पूर्व मोंनबार गांव में चार बड़े नक्सली नेताओं को सरयू सिंह भोक्ता की महिलाओं ने जहर देकर हत्या की गई थी।
यहां चार नक्सली छुपने की सूचना भी दी गई थी। उस वक्त नक्सली नेता अमरेश, सीता, शिवपूजन एवं उदय की हत्या की गई थी। इन नक्सली नेताओं की हत्या का बदला लिया गया है। पर्चा में चार माह पूर्व नक्सली-पुलिस मुठभेड़ को भी फर्जी करार दिया है। जानकारी यह भी हो कि अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र डुमरिया और इमामगंज प्रखंड में 24 नवंबर को पंचायत चुनाव के मतदान होना है। इस कारण नक्सलियों ने पहले ही चुनाव बहिष्कार करने की घोषणा कर रखा है। इस तरह की कार्रवाई से आम लोगों में दहशत देखा जा रहा है।
यह वारदात डुमरिया थाना क्षेत्र के मोंनबार गांव में शनिवार की रात को हुई। भाकपा माओवादी ने सरयू सिंह भोक्ता का घर डायनामाइट लगा कर ध्वस्त कर दिया। साथ हीं घर में आग लगा दी है। इधर, वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव में व्यवधान पैदा करने के लिए नक्सलियों द्वारा यह कार्रवाई की गई है। पुलिस लगातार सर्च अभियान चलाकर नक्सलियों को पसत किया गया था। ताकि शांतिपूर्ण तरीके से पंचायत चुनाव संपन्न कराया जा सके।
एसएसपी ने बताया कि नक्सलियों द्वारा पूर्व में डायनामाइट लगाकर डुमरिया में सरजू सिंह भाक्ता के मकान को उड़ाया गया है। सरयू सिंह भोक्ता के पुत्र सतेंद्र सिंह भोक्ता एवं महेंद्र सिंह भोक्ता तथा दोनों की पत्नी की हत्या घर के दरवाजा पर टांग दिया गया है। चारों शव को बरामद कर पोस्टमार्टम कराने के लिए गया स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज लाया जा रहा है। एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल की घेराबंदी कर विशेष सुरक्षा बलों के द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है।