उत्तराखंड

क्षेत्रीय दलों की विफलता पर विमर्श की जरूरत : भुवन जोशी

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हल्द्वानी। उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के कार्यकर्ताओं की ओर से रविवार को मुखानी स्थित एक निजी बैंक्वेट हल में गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें क्षेत्रीय दलों की उत्तराखंड की राजनीति में भूमिका और राज्य की राजनीति में हो रहे बदलावों पर चर्चा हुई। यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष भुवन चंद्र जोशी ने कहा कि यूकेडी समेत क्षेत्रीय दल प्रदेश की जनता को जल, जंगल, जमीन, महंगाई, बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों को समझाने में असमर्थ रहे हैं। जनता तक अपनी बात पहुंचाने और अपनी पैठ बनाने में भी इन क्षेत्रीय दलों को नाकामी हाथ लगी है। जोशी ने कहा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ, इस विषय पर विमर्श करने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में राज्य पूरी तरह व्यावसायिक राजनीति, कमीशन खोरी, राजनीतिक माफिया तंत्र का केंद्र बन गया है। शहीदों और राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने को लेकर कोई पहल करते नहीं दिख रहा है। प्रमुख राज्य आंदोलनकारी एवं श्रमिक नेता एचआर बहुगुणा ने उत्तराखंड के हितों के लिए जल, जंगल, जमीन, पलायन पर चिंता जताई। गोष्ठी में यूकेडी के संसदीय बोर्ड अध्यक्ष चंद्रशेखर कापड़ी, केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल, नैनीताल जिला अध्यक्ष दिनेश चंद्र भट्ट, जिला उपाध्यक्ष देवेश सेन, जिलाध्यक्ष युवा अशोक सिंह बोरा, केंद्रीय सचिव उत्तम सिंह बिष्ट, मोहन चंद्र कांडपाल, चारु तिवारी, एचआर बहुगुणा, दिनेश नौटियाल, नरेंद्र कुमार पांडे, हेमंत बोरा, पंकज फुलारा, सुरेश कुमार जोशी, गोविंद सिंह, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी देवी शर्मा, महिला जिलाध्यक्ष काजल खत्री आदि मौजूद रहे।

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