प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों का करें नियमितीकरण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लंबे समय से प्रदेश के दूरस्थ प्राथमिक विद्यालयों में कम मानदेय पर अपनी सेवाएं दे रहे शिक्षा मित्र नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। उनका कहना है कि सरकार ने उन्हें नियमित करने के बजाय मानदेय में बढ़ोत्तरी कर दी है जो कि उनके साथ छलावा है।
उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद पौड़ी गढ़वाल के जिला मंत्री दीपक नेगी ने कहा कि कई शिक्षा मित्र 15-20 सालों से विकट परिस्थितियों में दूरस्थ क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। शिक्षा मित्र लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस ओर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके बजाय सरकार ने शिक्षा मित्रों का मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दिया है। जो कि बिल्कुल भी न्याय नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार सरकारी सेवाओं में ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा दे रही है। जबकि, इस प्रथा को छोड़ कर्मचारियों को नियमित किया जाना चाहिए, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शिक्षा मित्रों का नियमितीकरण नहीं किया जाता है तो उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ आंदोलन करने को मजबूर होगा।