नीरज ने रजत जीतकर रचा इतिहास, टूर्नामेंट में यह पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने
यूजीन , एजेंसी। अमेरिका के यूजीन में भारत के स्टार भालादेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया। उन्होंने रविवार (24 जुलाई) को विश्व एथलेटिक्स चौंपियनशिप में रजत पदक हासिल कर लिया। वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट बन गए हैं। साथ ही इस प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। भारत ने इस प्रतियोगिता में 19 साल बाद पदक जीता है। इससे पहले महिलाओं में दिग्गज एथलीट अंजू बबी जर्ज ने 2003 में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता था। नीरज ने चौथे राउंड में 88़13 मीटर दूर भाला देंकर रजत अपने नाम किया।
ओलंपिक चौंपियन नीरज चोपड़ा पहले प्रयास में फेल हो गए थे। उनके पहले थ्रो को फाउल घोषित किया गया था। उसके बाद चोपड़ा ने दूसरे राउंड में 82़39 मीटर दूर भाला देंका। नीरज के प्रतिद्वंद्वी ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने पहले प्रयास में 90़21 मीटर और दूसरे राउंड में 90़46 दूर भाला देंककर नीरज पर दबाव बना दिया था। इसके बाद नीरज ने तीसरे और चौथे राउंड में लगातार अपने प्रदर्शन को सुधारा। वह तीसरे राउंड में 86़37 और चौथे राउंड में 88़13 मीटर दूर भाला देंकने में सफल रहे। नीरज पांचवें राउंड में फेल हो गए। पीटर्स 90़54 मीटर की दूर भाला देंककर स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब हुए। चेक गणराज्य के जाकुब वादलेज्च 88़09 स्कोर के साथ कांस्य जीतने में सफल हुए।
इस प्रतियोगिता में शामिल दूसरे भारतीय खिलाड़ी रोहित यादव ने फाइनल में 10वां स्थान हासिल किया। वह तीसरे राउंड के बाद बाहर हो गए। उन्होंने पहले राउंड में 77़96, दूसरे राउंड में 78़05 और तीसरे राउंड में 78़72 मीटर दूर भाला देंका।
प्रतियोगिता में नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 88़39 मीटर की दूरी तय की और फाइनल में जगह बनाई थी। दूसरी ओर, रोहित ने 80़42 मीटर की दूरी तय की थी। नीरज और रोहित दोनों क्वालिफाइंग राउंड के स्कोर को पार नहीं कर पाए। हालांकि, नीरज ने रजत तो जीत लिया, लेकिन रोहित को खाली हाथ लौटना पड़ा।
इस प्रतियोगिता में 24 साल के नीरज के अलावा 34 अन्य एथलीट शामिल हुए थे। सभी को दो ग्रुप में रखा गया था। नीरज पहले ग्रुप में थे और रोहित को ग्रुप बी में रखा गया था। नीरज ने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। नीरज और रोहित सहित कुल 12 खिलाड़ियों ने फाइनल में अपना स्थान पक्का किया। चेक गणराज्य के जाकुब वादलेज्च ने भी पहली ही कोशिश में 85़23 मीटर दूर भाला देंककर फाइनल में जगह बनाई थी।
सीजन में नीरज का शानदार फर्म
इस सीजन में चोपड़ा ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने दो बार अपना व्यक्तिगत श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने 14 जून को फिनलैंड के पावो नूरमी में 89़30 मीटर भाला देंका और स्टाकहोम डायमंड लीग में 30 जून को 89़94 मीटर का प्रदर्शन किया। वह 90 मीटर से महज छह सेंटीमीटर चूक गए। इस दौरान उन्होंने फिनलैंड में कुओरताने में 86़69 मीटर के साथ खिताब जीता। अब वर्ल्ड चौंपियनशिप में रजत जीतकर इतिहास रच दिया।