ड्यूटी में कोताही कतई भी बर्दाश्त नहीं होगीरू कुलपति
नैनीताल। कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो़ डीएस रावत ने मंगलवार को डीएसबी परिसर में प्राध्यापकों से सीधा संवाद किया। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता, शैक्षणिक परिसर, शोध एवं नवाचार, नीतिगत मुद्दों समेत अन्य विषयों पर बातचीत की। कहा कि शिक्षकों का दायित्व पूरी मेधा और क्षमता का प्रयोग कर विद्यार्थियों का बेहतर भविष्य तैयार करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ड्यूटी में कोताही कतई भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परिसर के एएन सिंह हाल में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो़ रावत ने कहा कि विश्व के अच्टे विश्वविद्यालयों में हम काफी पीटे हैं। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के लिए ज्ञान, सृजन व चरित्र निर्माण करना महत्वपूर्ण है। शोध कार्य पर जोर देते हुए कहा कि नोबेल पुरस्कार शोध से ही प्राप्त होता है। शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता के लिए नई तकनीकी का हिस्सा बनना होगा। कहा देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में सम्मलित करने के लिए शिक्षा और शोध में नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की जरूरत है। वर्तमान समय में शिक्षक का काम केवल शिक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि वह मल्टीटास्किंग चेंज एजेंट की तरह काम करता है। कहा कि कुमाऊं विवि विरासत अत्यंत गौरवपूर्ण रही है। अपने कर्तव्यों का ईमानदारी व निष्ठापूर्वक तौर से निर्वहन कर इस विरासत को आगे ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों की शिकायतों के निस्तारण के लिए ग्रीवेंस सेल का गठन कर दिया है। प्राध्यापक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी अब विवि की वेबसाइट के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। 6 कार्य दिवसों के भीतर शिकायत का निष्पादन नहीं होने पर कुलपति को ईमेल के माध्यम से अवगत करा सकते हैं।