कार हादसे में नवविवाहिता की मौत, पति सहित चार घायल
पिथौरागढ़। सीमांत में एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उसमें सवार नवविवाहिता की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में उसके पति सहित चार लोग घायल हो गए। इस हादसे से क्षेत्र में शोक का माहौल है। नवविवाहिता की मौत से उसके मायके व ससुराल पक्ष में लोगों का रोरोकर बुरा हाल है। तवाघाट- छिरकला रोड पर शुक्रवार शाम डिग्गीबगड़ के पास एक अल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार सड़क से लगभग 50 मीटर खाई में जा गिरी। कार में सवार सभी यात्री स्यांकुरी से गर्गुवा जा रहे थे। इस हादसे में शादी के बाद पहली बार मायके जाकर अपने ससुराल लौट रही नवविवाहिता पूजा धामी 22पत्नी देवेन्द्र धामी की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में उसका पति देवेन्द्र 28 पुत्र आन सिंह धामी भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। हादसे में गौरव सिंह 23 पुत्र आनन्द सिंह,भरत सिंह 28 पुत्र कुंवर सिंह,मल्लिका 14 पुत्री राजेंद्र सिंह धामी भी घायल हो गए। थाना पांगला पुलिस पोस्टमार्टम के लिए शव को सीएचसी धारचूला पहुंचाया। सभी घायलों का यहां उपचार चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
स्यांकुरी गर्गुवा सड़क हादसे ने 28 साल के देवेन्द्र धामी से उसकी पत्नी को झपट लिया। शादी के बाद दोनों के हाथों से अभी मेहंदी भी नहीं छूटी थी कि हादसे ने कभी नहीं भरने वाले जख्म उसे दे दिए। इस हादसे से वह गहरे सदमे में है। तवाघाट छिरकिला सड़क पर हुए अल्टो वाहन दुर्घटना में 22 वर्षीय पूजा की मौत हो गई। पूजा व देवेन्द्र का धूमधाम से 15 मार्च को गर्गुवा के मंदिर में विवाह हुआ था। दोनों ही तरफ से लोग इस आयोजन में जुटे थे। शादी के बाद वह अपने पति के साथ मायके जाने की रस्म निभाने गई थी। किसे पता था कि उनके सारे सपने स्यांकुरी से महज 9 किमी दूर जाकर हमेशा के लिए मिट्टी में दफन हो जाएंगे। शुक्रवार शाम को काल ने उन पर ऐसा प्रहार किया कि पत्नी पूजा शादी की मेहंदी हाथों में पूरी तरह से छूटे बिना ही सड़क हादसे में इस धरा से विदा हो गई। घर से दो किमी पहले ही पूजा की मौत ने उसके पति देवेन्द्र को भी गहरे जख्म दिए हैं। उसके शरीर में ही जख्म नहीं हैं मन भी बुरी तरह घायल है। वह इस हादसे के बाद किसी से बात तक नहीं कर पा रहा है।
मामा ने भांजी को स्थानीय लोगों की मदद से खाई से निकाला
धारचूला। स्यांकुरी से मृतका पूजा के मामा धरम धामी भी दूसरे वाहन से पीछे से गर्गुवा के लिए आ रहे थे। उनके सामने हुई इस कार के दुर्घटना के बाद उन्होंने भांजी को बचाने के लिए तेजी से खाई में छलांग लगाई। उन्होंने बताया कार के साथ साथ ही वे अंतिम बिन्दु तक पहुंचे जहां कार अटकी थी। कार तक पहुंचे तब तक भांजी दम तोड़ चुकी थी। उन्होंने स्थानीय लोगों के घायलों का रेस्क्यू कर उन्हें सीएचसी धारचूला भेजा । वे इस हादसे से बेहद आहत हैं।