नोडल अधिकारी ने किया कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण
-कोविड केयर सेंटर में रखे लोगों की रोजाना होगी काउंसिलिंग
बागेश्वर। उत्तराखंड शासन से नामित नोडल अधिकारी सुंदर लाल सेमवाल ने कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोविड केयर सेंटर में रहने वालों की रोजाना काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला कार्यालय सभागार में जिले के नोडल व अन्य अधिकारियों को एमआईएस के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षण भी दिया। नोडल अधिकारी सेमवाल ने ट्रामा सेंटर में बने कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं को देखा। सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने क्वारंटाइन कराए गए लोगों को मुहैया कराई जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। सरकार से समय-समय पर जारी होने वाले दिशा निर्देशों को पालन कराते हुए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करने को कहा। इसके बाद उन्होंने जिला कार्यालय में बाहरी राज्यों व जिलों से आने वालों के मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम के सफल क्रियान्वयन के लिए नामित नोडल और संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों से आ रहे प्रवासियों का देहरादून स्मार्ट सीटी पोर्टल पर ऑनलाइन फीडिंग का कार्य 30 मई से किया जाना है। बताया कि इस पोर्टल में बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों का ही डाटा फीड किया जाना है। मास्टर ट्रेनर सचिन जोशी ने दिए जा रहे प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने और सही से समझने को कहा। किसी प्रकार की शंका होने पर संपर्क करने की बात भी कही। इस मौके पर सीडीओ डीडी पंत, डीडीओ केएन तिवारी, सीएमओ बीएस रावत, सीएमएस डा\ॅ. एसपी त्रिपाठी, एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
10 कोविड सेंटर में 534 बेड की व्यवस्था
बागेश्वर। प्रशिक्षण के दौरान एडीएम राहुल कुमार गोयल ने बताया कि प्रवासियों का डाटा फीड कराने के लिए विकाखंड वार नोडल बनाए गए हैं। नगरपालिका व नगर पंचायत के लिए समाज कल्याण अधिकारी को नोडल बनाया है। बताया कि जिले में 10 कोविड केयर सेंटर तैयार किए गए हैं, जहां 534 बेड की व्यवस्था की गई है। जिला अस्पताल में आईसीयू बेड व पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध है। 12 एंबुलेंस व पांच 108 वाहन भी उपलब्ध हैं। जिले में आ रहे प्रवासियों को होम, फेसिलिटी सेंटर और संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रशासन की टीम गांव-गांव जाकर भी लोगों को कोविड-19 और सरकार की गाइडलाइन की जानकारी देकर जागरूक कर रही है।