भारत ही नहीं, विश्व के 90 देशों में मनाई जाती है दिवाली, यहां होता है राष्ट्रीय अवकाश
शिमला, एजेंसी। दुनिया के 90 से ज्यादा देशों में दिवाली का त्यौहार मनाया गया था। दिवाली ग्लोबल फेस्टिवल बन रहा है। दिवाली पर मलेशिया, फिजी, नेपाल, मारीशस, सिंगापुर और श्रीलंका जैसे देशों में राष्ट्रीय अवकाश होता है। भारतीय मूल के लोगों के वैश्विक प्रवास के कारण दिवाली मनाने वाले देशों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। कुछ देशों में ये भारतीय प्रवासियों द्वारा मुख्य रूप से मनाया जाता है। अन्य दूसरे स्थानों में ये सामान्य स्थानीय संस्कृति का हिस्सा बनता जा रहा है। दुनिया में अब इसकी धूम मच गई है। जहां भी भारतीय रह रहे हैं, वहां पर दिवाली को मनाया जा रहा है।
विश्वविद्यालय शिमला में अंबेडकर पीठ के अध्यक्ष प्रोफेसर विवेकानंद तिवारी ने कहा कि एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीयों के साथ-साथ अन्य पंथ के लोग भी दिवाली को उत्साहपूर्वक मनाते हैं। भारत के बाहर दिवाली पर्व सबसे ज्यादा इंग्लैंड में मनाया जाता है। पिछले वर्ष ब्रिटेन की संसद परिसर में मोमबत्ती जला कर दिवाली मनाई गई। उन्होंने कहा यहां रहने वाले 16 लाख ब्रिटिश-भारतीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और पत्नी अक्षता मूर्ति ने दिवाली से पहले हिंदू समुदाय के मेहमानों का स्वागत किया, जबकि नेपाल में जहां दिवाली के इस पर्व में पालतू जानवरों को शामिल किया जाता है। यहां पर दिवाली के दिन जानवरों सजाया जाता है और उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाता है। मलेशिया में ओपन हाउसेस मलेशियाई हिंदू (तमिल, तेलुगू और मलयाली) द्वारा आयोजित किए जाते हैं। इसमें भोजन के लिए अपने घर में अलग अलग जातियों और धर्मों के साथी मलेशियाई लोगों का स्वागत करते हैं. मलेशिया में दीवाली का त्यौहार धार्मिक सद्भावना और मलेशिया के धार्मिक और जातीय समूहों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए एक अवसर बन गया है। सिंगापुर में हिंदुओं के लिए यह एक वार्षिक उत्सव है। दिवाली एक राजपत्रित सार्वजनिक अवकाश है। अल्पसंख्यक भारतीय समुदाय (तमिल) इसे मुख्य रूप से मनाते हैं। श्रीलंका में ये त्यौहार एक सार्वजनिक अवकाश के रूप में तमिल समुदाय द्वारा मनाया जाता है। इस दिन लोग सुबह के समय तेल से स्नान करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, उपहार दिए जाते हैं. पुसै (पूजा) के लिए कोइल (हिंदू मंदिर) जाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न में दिवाली को भारतीय मूल के लोगों और स्थानीय लोगों के बीच सार्वजनिक रूप से मनाया जाता है। फेडरेशन स्क्वायर पर दीपावली को विक्टोरियन आबादी और मुख्यधारा द्वारा गर्मजोशी से अपनाया गया है। सेलिब्रेट इंडिया इंकॉर्पोरेशन ने 2006 में मेलबोर्न में प्रतिष्ठित फेडरेशन स्क्वायर पर दीपावली समारोह शुरू किया था। अब यह समारोह मेलबॉर्न के कला कैलेंडर का हिस्सा बन गया है और शहर में इस समारोह को एक सप्ताह से अधिक समय तक मनाया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में 2003 में दिवाली को व्हाइट हाउस में पहली बार मनाया गया और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज वॉकर बुश ने 2007 में संयुक्त राज्य अमेरिका कांग्रेस द्वारा इसे आधिकारिक दर्जा दिया गया। 2009 में बराक ओबामा, व्हाइट हाउस में व्यक्तिगत रूप से दिवाली में भाग लेने वाले पहले राष्ट्रपति बने। न्यूजीलैंड में दिवाली धूमधाम से मनाई जाती है. न्यूजीलैंड में एक बड़े समूह दिवाली मानते हैं जो भारत-फ़ीजी समुदायों के सदस्य हैं जो कि प्रवासित हैं और वहां बसे हैं। पाकिस्तान में मौजूद हिंदू दिवाली उसी तरह मनाते हैं, जैसे भारत में पाकिस्तान में मौजूद 75 लाख के करीब हिंदू वहां दिवाली धूमधाम से मनाते हैं। बंगलादेश में बंगाली हिंदुओं ने अपने घरों में मिट्टी के दीपक जलाकर, पटाखे फोडक़र और मिठाइयां बांटकर त्योहार मनाया जाता है। कनाडा में अधिकतर पंजाबियों की संख्या है। वहां पर बड़ी संख्या में पंजाबी रहते हैं। पंजाबियों में भी दिवाली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। कनाडा में आज के दिन सडक़ों पर अलग ही रोशनी दिखाई देती है। कैरेबियाई द्वीप त्रिनिदाद एंड टोबैगो में दिवाली के अलावा रामलीला का भी मंचन होता है। कहा जाता है कि भारत के बाद दूसरे नंबर पर सबसे खास तरीके से त्रिनिदाद एंड टोबैगो में दिवाली मनाई जाती है। त्रिनिदाद में त्रिनिदाद क्रेओले और तोबागोना में तोबागोना क्रेओले स्पेनी, भारतीय, अफ्रीकी और यूरोपीय विरासत को उजागर करती हैं। मॉरिशियस देश में 50 प्रतिशत आबादी हिंदू है। दिवाली यहां बहुत गर्मजोशी से मनाई जाती है और इस दिन सार्वजनिक अवकाश भी रहता है। यह अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिणपूर्व में लगभग 900 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर और मेडागास्कर के पूर्व में स्थित एक द्वीपीय देश है। इंडोनेशिया में इतनी बड़ी भारतीय आबादी नहीं है। फिर भी यहां दिवाली एक बड़ा त्योहार है। भारत में दिवाली पर किए जाने वाले लगभग सभी अनुष्ठानों का पालन इंडोनेशिया में भी किया जाता है। फिजी में विशाल भारतीय आबादी के कारण दिवाली यहां बहुत धूमधाम से मनाई जाती है।