कोटद्वार-पौड़ी

अब राष्ट्रीय पार्टियों के बहकावे में नहीं आएगी जनता

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उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से आयोजित की गई बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड क्रांति दल ने मजबूती के साथ जन समस्याओं को उठाने का निर्णय लिया है। कहा कि अब जनता राष्ट्रीय पार्टियों के बहकावे में नहीं आने वाली। इस दौरान सैकड़ों महिलाओं ने उत्तराखंड क्रांति दल का दामन थामा
पदमपुर में उक्रांद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में दो दर्जन से अधिक लोगों ने उक्रांद की सदस्यता ग्रहण की। केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डा. शक्तिशैल कपरवाण ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध कण्व नगरी कोटद्वार निर्माण के लिए संघर्ष कर रहा है। कहा कि राज्य सरकार की दबंगई और विवेक हीनता के कारण जनभावनाओं के विपरीत कोटद्वार को नगर निगम बनाया गया ,जिसका खामियाजा कोटद्वार -भाबर -सनेह की जनता भुगत रही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम बनाने से सरकार ने टैक्स का डंडा जनता के ऊपर थोप दिया है और विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। कपरवाण ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि गत 10 वर्षों से मोटर नगर निर्माण अधूरा पड़ा है, कूड़े का निस्तारण नहीं हुआ ,निगम आय बढ़ाने वाला कण्व आश्रम को पर्यटन के रूप में विकसित नहीं किया गया, नगर निगम आय के साधन जोड़ने में असफल रहा , जंगली जानवरों से गांवों की रक्षा के प्रबंध नहीं किए गए। कहा कि भावर -सनेह के 73 गांव वासियों को पहले जो ग्रामीण विकास हेतु योजनाएं और अनुदान मिलती थी वह अब बंद हो गई है। शहरी विकास विभाग ने कोई नई विकास योजनाएं यहां के लिए आरंभ नहीं की हैं। कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल महानगर की जनता के शिक्षा, स्वास्थ्य, पेय जल, बिजली की पर्याप्त उपलब्धता व स्वच्छ निर्माण करने के लिए संघर्ष कर रहा है। इस अवसर पर यूकेडी में सम्मिलित होने वाले सुखदेव शास्त्री ने कहा कि यूकेडी आम लोगों की समस्याओं के निराकरण हेतु संघर्ष करने वाली पार्टी है। इसलिए लोगों को यूकेडी में सम्मिलित होना चाहिए। लक्ष्मी बिष्ट ने महिलाओं से अपील की कि यूकेडी के नेतृत्व में महिलाओं ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन का संघर्ष किया और आज उत्तराखंड बचाने के लिए भी महिलाओं को आगे आना चाहिए। सेवानिवृत्त सूबेदार बलवीर सिंह बिष्ट ने भूतपूर्व सैनिकों से यूकेडी में सम्मिलित होकर पहाड़ के विकास में आगे आने की अपील की। इस मौके पर लक्ष्मी बिष्ट, धर्मेंद्र आर्य कल्पना रावत, विजयलक्ष्मी भारती, बलवीर सिंह बिष्ट, रीना आर्य, गजे सिंह रावत, मालती रावत, रीता रावत, सत्यवती देवी, सरोज देवी, सावित्री देवी, सुरेश चंद्र, विजयलक्ष्मी, उर्मिला रावत आदि थे।

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