अब 19 दिसंबर को लगेगा विपक्षी दलों का जमावड़ा; भाजपा से मुकाबले के लिए ‘मैं नहीं, हम’ थीम पर होगा काम

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नई दिल्ली, एजेंसी। ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए मुख्य सकारात्मक एजेंडे के साथ सामने आना विपक्षी दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है जो इसे भाजपा का मुकाबला करने में मदद करेगा। राष्ट्रीय राजधानी में विपक्षी दलों के गठबंधन की अगली बैठक सीटों के बंटवारे और संयुक्त रैलियां आयोजित करने पर चर्चा होगी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता रविवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल 19 दिसंबर को होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब में एकता की थीम ‘मैं नहीं, हम’ के साथ आगे बढ़ना चाहती हैं। यह बैठक हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में हो रही है। पार्टी को राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा। वहीं, भाजपा का कहना है कि लोगों ने मोदी की गारंटी में भरोसा जताया है और वे 2024 में उनकी सरकार को फिर चुनेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्षी दलों के सामने अब चुनौती अगले आम चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक वैकल्पिक सकारात्मक एजेंडे के साथ आने की है। सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान दल संयुक्त चुनावी रैलियां आयोजित करने के लिए सीटों के बंटवारे पर योजना तैयार करेंगी और उनके लिए एक साझा कार्यक्रम तैयार करेंगे।
विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए जातिगत जनगणना और पुरानी पेंशन योजना की बहाली जैसे चुनावी मुद्दों पर नेता ने कहा, ‘यह चुनाव परिणाम उन मुद्दों को खारिज करने के लिए नहीं हैं जो इस चुनाव प्रचार अभियान के दौरान उठाए गए थे।’ हालांकि, उन्होंने माना किया कि पार्टी 2024 में भाजपा का मुकाबला करने के लिए लीक से हटकर सोचेगी। उन्होंने कहा,’मैं नहीं, हम’ (हम, मैं नहीं) वह संभावित नारा है जिस पर विपक्षी दल मोदी का मुकाबला करने के लिए काम करेंगे। सूत्रों का कहना है कि विपक्षी गठबंधन जातिगत जनगणना, एमएसपी की कानूनी गारंटी और श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा के मुद्दों को आगे बढ़ा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘इंडिया गठबंधन के लिए मुख्य सकारात्मक एजेंडा तैयार करना विपक्षी दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है जो इसे भाजपा का मुकाबला करने में मदद करेगा।’ उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो मुद्दे छाए रहे, जैसे बढ़ती आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक अधिनायकवाद, महंगाई कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनकी गूंज लोकसभा चुनावों के दौरान जमीनी स्तर पर सुनाई दे सकती है। ये मुद्दे विपक्षी दलों के साझा एजेंडे का हिस्सा बन जाएंगे जो विपक्षी गठबंधन को भाजपा का मुकाबला करने में मदद करेंगे।
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर एक पोस्ट में जानकारी दी है कि इंडिया गठबंधन के दलों के नेताओं की चौथी बैठक मंगलवार 19 दिसंबर 2023 को नई दिल्ली में दोपहर तीन बजे होगी।

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