आइवर मैक्टीन दवा वितरण में सहयोग कर रहे एनएसएस स्वयं सेवी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। एनएसएस स्वयं सेवी कोरोना महामारी को लेकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही आइवर मैक्टीन दवा वितरण करने में प्रशासन का सहयोग कर रहे है। जिला प्रशासन के सहयोग से एकेश्वर ब्लॉक के ग्राम रणस्वा, बुरसोली, मरड़ा और चुरिन्डा गांवों में आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ती, एनएसएस स्वयं सेवक सहित महिला मंगल दलों के प्रतिनिधि ग्रामीणों को आइवर मैक्टीन दवा का वितरण कर रहे है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के गढ़वाल मंडल कार्यक्रम समंवयक पुष्कर सिंह नेगी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक गांव को कोरोना मुक्त रखने के लिए ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत स्तरीय कोविड नियंत्रण समिति बनाई गई हैं। ग्राम विकास अधिकारी को समिति के सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि आशा, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ती, ग्राम प्रहरी, एनएसएस स्वयंसेवक, स्थानीय विद्यालय के शिक्षक, महिला मंगल दलों के अध्यक्षा को समिति का सदस्य बनाया गया है। उन्होंंने बताया कि ग्राम पंचायत रणस्वा में ग्राम प्रधान पूनम राणा, आशा कार्यकर्ती रीना देवी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती रश्मि देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष सुनीता नेगी, पीआरडी स्वयं सवेक कैलाश नेगी के साथ ही पब्लिक इंटर कॉलेज सुरखेत के एनएसएस स्वयं सेवी अमिषा, मीत चौहान, करण सिंह, शिवम नेगी ने 183 परिवारों के लोगों को आइवर मैक्टीन की गोलियां और कोविड-19 जागरूकता पत्रक बांट कर उन्हें कोरोना की रोकथाम और बचाव की जानकारी देकर जागरूक किया। ग्राम पंचायत मरड़ा-बुरसोली में ग्राम प्रधान प्रियंका, आशा कार्यकर्ती सुलेखा देवी, सहायिका सुमित्रा देवी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सुनीता देवी, एनएसएस के स्वयं सेवी हिमांशी, सोहन सिंह, रोबिन रमोला, सचिन सिंह की टीम द्वारा 72 परिवारों के लोगों को दवा बांटी गई। एनएसएस स्वयं सेवी ग्रामीणों को जानकारी दे रहे हैं कि 10 से 15 साल के बच्चों को दिन में खाना खाने के बाद प्रतिदिन एक गोली तीन दिनों तक खानी है। 15 साल से अधिक आयु के लोगों को सुबह-शाम 1-1 गोली तीन दिन तक खानी हैं। गर्भवती महिला, स्तनपान कराने वाली महिला, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग तथा 10 साल से कम आयु के बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवा दी जा सकती है।