ओमिक्रोन वैरिएंट का सामना करने के लिए तैयार: मंडाविया
नई दिल्ली , एजेंसी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि भारत कोरोना वायरस के ओमिक्रान वैरिएंट का सामना करने के लिए तैयार है। अगले दो महीनों में टीका उत्पादन की क्षमता 45 करोड़ खुराक प्रति माह होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि किसी भी संकट से निपटने के लिए दवाओं और अक्सीजन का बफर स्टक किया गया है और राज्यों को 48 हजार वेंटिलेटर वितरित किए गए हैं।
देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए मंडाविया ने बताया कि देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत 88 फीसदी पात्र आबादी को टीके की पहली और 59 फीसदी को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। ओमिक्रान वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में अब तक इससे संक्रमण के 161 मामलों की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र इससे निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
राज्यसभा में देश में कोविड-19 के ओमिक्रन वैरिएंट के बढ़ते मामलों पर चर्चा के दौरान मंडाविया ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे चिंताजनक वैरिएंट घोषित किया है और सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनसंख्या पर इस वैरिएंट के असर को समझने के लिए लगातार विशेषज्ञों से और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के साथ संपर्क बनाए हुए है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने खतरे वाले देशों की पहचान की है जहां इस वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। ऐसे देशों से यहां आने वाले यात्रियों के लिए भारत पहुंचने पर अनिवार्य रूप से जांच कराने और सात दिन तक आइसोलेशन में रहने और सात दिन बाद फिर से जांच कराने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी टीका उत्पादन क्षमता बढ़ी है और आने वाले समय में इसमें और इजाफा दर्ज किया जाएगा।
मंडाविया ने बताया कि इस समय हमारी टीका उत्पादन क्षमता 31 करोड़ प्रति माह है और आने वाले दो महीनों में यह आंकड़ा 45 करोड़ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के लिए दो और कंपनियों ने अपने टीके का डाटा जमा किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान अनुभवों से सबक लेते हुए हमने सभी जरूरी इंतजाम कर लिए हैं।