ऋषिकेश : राजाजी टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में एक हाथी की हुई मौत
ऋषिकेश। राजाजी टाइगर रिजर्व, गौहरी रेंज के अंतर्गत कुनाउ क्षेत्र के जंगल से एक नर हाथी का शव बरामद किया गया है। मौके पर उपजे हालात के मुताबिक हाथी की मौत आपसी संघर्ष के दौरान हुई है। इस मामले की सूचना रेंज अधिकारी की ओर से पार्क प्रशासन को दे दी गई। आपसी संघर्ष में घायल दूसरे हाथी की विभागीय टीम तलाश कर रही है।
राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में बुधवार की सुबह कुनाउ कंपाटमेंट 14 में वनकर्मियों को संदिग्ध हालत में नर हाथी का शव मिला। वन कर्मियों ने जब घटनास्थल पर जाने की कोशिश की तो हाथियों का झुंड समीप ही मौजूद था हाथियों ने वन कर्मियों को भी दौड़ाया। हाथी की उम्र लगभग 30 वर्ष है। घटनास्थल पर हाथियों के आपसी संघर्ष के निशान मिले हैं। हाथी के शरीर पर कई जख्म मिले हैं। उसके दोनों दांत सहित अन्य अंग सुरक्षित है। घटना मंगलवार देर रात की है। उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है।
रेंज अधिकारी अनिल पैन्यूली ने बताया कि मुख्यालय से चिकित्सकों का दल हाथी के शव का पोस्टमार्टम करने यहां पहुंचा। आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को जंगल में ही दबा दिया जाएगा। रेंज अधिकारी ने बताया कि हाथियों के आपसी संघर्ष में घायल दूसरे हाथी की तलाश के लिए वन कर्मियों को आसपास क्षेत्र में भेजा गया है।राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आपसी संघर्ष की घटना में तीन माह के भीतर तीन हाथियों की मौत हुई है।मोतीचूर रेंज के सत्यनारायण सेक्शन में बीते 17 फरवरी को दो हाथियों के बीच के संघर्ष में एक हाथी की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दूसरा 19 फरवरी को सौंग नदी में मृत मिला था। दो माह के भीतर पार क्षेत्र में आपसी संघर्ष के दौरान यह तीसरे हाथी की मौत हुई है।
अनिल पैन्यूली (रेंज अधिकारी, गौहरी रेंज, राजाजी टाइगर रिजर्व) का कहना है कि इस सीजन में मादा के लिए मस्थ में आये गजराज आपस मे संघर्ष करते है। ये गजराज रात भर आपस मे संघर्ष करते रहे। यह सीजन वन महकमे के लिए चुनौती भरा होता है।
वयस्क गजराज इसी दौरान मस्थ में आते है। तभी इस दौरान आपसी संघर्ष की घटनाएं ज्यादा होती है। मस्तकाल के दौरान गजराजों में आपसी संघर्ष प्रति का नियम है। मंगलवार देर रात इनमें भीषण संघर्ष हुआ, जिसमें 30 वर्षीय हाथी की मौत हो गयी। वहीं दूसरे गजराज की तलाश जारी है।