तेजी से एकजुट हो विपक्ष, हम चाहते हैं कि आगे से सब एक साथ मिलकर चुनाव लड़ें: नीतीश कुमार
पटना, एजेंसी। बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया के दलों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि बहुत तेजी से विपक्ष एकजुट हो और आगे से सब एक साथ मिलकर चुनाव लड़ें। नीतीश कुमार ने बुधवार को यहां बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में हाल में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम से संबंधित प्रश्न पर कहा कि चुनाव में पिछली बार कांग्रेस उन राज्यों में जीती थी। कांग्रेस को इस बार भी अच्छा वोट आया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जीती। तेलंगाना में कांग्रेस जीती है। इन सब चीजों पर कोई खास चर्चा की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि वह तो यही चाहते हैं कि बहुत तेजी से विपक्ष एकजुट हो।
मुख्यमंत्री ने कहा, “खबर में चल रहा था कि हम ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में नहीं जा रहे हैं जबकि ऐसी कोई बात नहीं थी। मेरी तबीयत खराब थी। मुझे सर्दी-खांसी, बुखार लगा हुआ था। अगली बैठक होगी तो हम फिर कहेंगे कि अब देर नहीं कीजिए। आपस में बैठकर सबकुछ जल्दी से तय कर लीजिए। हम एक साल से विपक्षी एकजुटता में लगे हुए हैं। राज्यों के चुनाव में सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के लिए लग जाती हैं वो अलग चीज है लेकिन हम चाहते हैं कि आगे से सब एकजुट होकर चुनाव लड़ें।”
नीतीश कुमार ने ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व करने के सवाल पर कहा कि प्रधानमंत्री पद को लेकर उनके बारे में अक्सर खबरें आती हैं कि लेकिन वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए। वह केवल इतना चाहते हैं कि विपक्ष एकजुट हो और अभी जो पार्टी केंद्र की सत्ता में है उसके खिलाफ चुनाव लड़े। उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि वे लोग देश के इतिहास को बदलने में लगे हुए हैं। नयी पीढ़ी को आजादी की लड़ाई को याद रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से कुछ नहीं चाहिए। वह पहले से ही लोगों की सेवा करते आ रहे हैं। हमलोग आंदोलन भी किए हैं। हम राज्य के हित में अपने काम में लगे रहते हैं। हमलोग तेजी से युवाओं को रोजगार देने में लगे हुए हैं। देशहित में सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हों। हमलोगों ने जाति आधारित गणना कराई। सिर्फ जातिगत गणना नहीं कराई बल्कि हर परिवार की आर्थिक स्थिति का भी पता लगाया। हिंदू, मुस्लिम, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग, अपर कास्ट किसी भी जाति-वर्ग का हो, सबका पता लगवाया। हर जाति में गरीबी है। अपर कास्ट में भी कितनी गरीबी है, इसका पता चला। पूरे देश में जातिगत जनगणना होती तो सबको काफी फायदा होता।
नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से संबंधित प्रश्न पर कहा कि बिहार की गरीबी को देखते हुए उसे विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। बिहार काफी पौराणिक जगह है। देश में और देश के बाहर जो कुछ भी था सबकुछ बिहार से ही शुरू हुआ था। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो वह बहुत आगे बढ़ेगा। बिहार के लोग दूसरी जगहों पर जाकर काफी सेवा करते हैं। बिहार के लोग कहीं कोई गड़बड़ी नहीं करते हैं। सबलोग काफी अच्छा काम करते हैं, सेवा में लगे रहते हैं। बिहार के लोगों का बहुत अच्छा स्वभाव है। उन्होंने कहा कि आप पत्रकारों का भी स्वभाव बहुत अच्छा है। दिल्लीवाले आपलोगों पर कब्जा किए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बिहार दौरे से संबंधित प्रश्न पर कहा, “हम सबका सब दिन इज्जत करते रहेंगे, यह हमारी परंपरा है।”