‘मिचौंग’ का कहर, 22 की मौत, तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर
चेन्नई, एजेंसी। बंगाल की खाड़ी से दो दिसंबर को उठे साइक्लोन मिचौंग ने मंगलवार दोपहर को आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के साथ ही कहर मचा दिया। मौसम विभाग के मुताबिक दोपहर ठीक एक बजे तूफान बापटला में नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच लैंडफॉल कर गया। लैंडफॉल के दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। तूफान का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में है। तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश के चलते इन तीनों राज्यों में 22 लोगों की मौत हो गई है।
आंध्र के गुंटूर जिला में छह, तेलंगाना के मेडाक जिला में चार, जबकि चेन्नई में 12 लोगों की मौत की खबर है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 100 से ज्यादा ट्रेनें और 50 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं। आंध्र प्रदेश के कोस्टल एरिया से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने नौ हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया। तमिलनाडु में तूफान की वजह से रविवार से भारी बारिश हो रही है। तमिलनाडु के मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में दो दिनों के भीतर तीन महीने की बारिश हो गई है। चेन्नई शहर बारिश की वजह से डूब चुका है। 12 लोगों की मौत हो चुकी है। चेन्नई में निचले इलाकों से लगभग 15 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। तूफान का असर दस राज्यों में देखने को मिल रहा है।
आंध्र तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ा तूफान
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के समुद्री तट को पार करने यानी लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ गया है। हालांकि, इसका असर कुछ दिन तक रह सकता है और आंध्र प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों में बारिश हो सकती है। कमजोर पडऩे से पहले मिचौंग ने तमिलनाडु में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।