आदि कैलास यात्रा हेतू सप्ताह में 3 दिन लिपूलेख एनएच खोलने का विरोध
पिथौरागढ़। हफ्ते में 3 दिन आदि कैलास यात्रा के लिए लिपूलेख एनएच खुला रखने का यहां के व्यापारियों व स्थानीय लोगों ने विरोध किया है। कहा है कि दिसंबर से अप्रैल तक बीआरओ को सड़क निर्माण के लिए समय दिया गया था। माइग्रेशन व आदि कैलास की यात्रा के समय इस एनएच को काम के लिए हप्ते में चार दिन बंद रखना यहां पर्यटन कारोबारियों के पेट पर लात मारने का प्रयास है। इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। गुरुवार को जैसे ही स्थानीय लोगों को सप्ताह में लिपूलेख एनएच को आदि कैलास यात्रा के लिए तीन दिन खुला रखने की जानकारी मिली लोग भड़क उठे। रं कल्याण संस्था के अध्यक्ष दीपक रोंकली के नेतृत्व में लोगों ने एसडीएम दिवेश शासनी से मिले। उन्होंने कहा सीमांत क्षेत्र में एक मात्र धार्मिक यात्रा आदि कैलास यात्रा है। मई से जून तक की यात्रा का समय ही सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसी यात्रा पर सीमांत की पर्यटन उद्योग व स्वरोजगार करने वाले उद्यमियों की आजीविका निर्भर है।कहा कि पिछले साल हमने प्रशासन व बीआरओ को कहा था कि वे दिसम्बर से अप्रैल तक अपने मूल गांवों मे आवाजाही नही करेंगे। इस दौरान जितने भी निमार्ण कार्य ,भारी ब्लास्टिंग करना है कर लें। इस दौरान मार्ग बंद रखा गया लेकिन काम अपेक्षित गति से नहीं हुआ। कहा अब यात्रा सीजन में यह एनएच बंद रखने का निर्णय गलत है।सप्ताह में तीन दिन ही इस सड़क को खुला रखने का निर्णय हमारे साथ मजाक है। कहा इस व्यवस्था से यहां आए श्रदालुओं को आदि कैलास धाम के दर्शन नहीं हो पाएंगे। स्थानीय होटल व पर्यटन कारोबारियों को ठीक यात्रा सीजन में भारी नुकसान होगा। आशंका जताते हुए कहा कि सप्ताह में चार दिन मोटर मार्ग खोलने की बात हो भी तो सीमा सड़क संगठन की कार्यशैली को देखकर नहीं कहा जा सकता कि अन्य दिन मार्ग खुला रहेगा। आक्रोशित लोगों ने प्रशासन से मई से अक्तूबर तक पूरी यात्रा अवधि में यातायात सुचारू रखने की मांग की है।
ये रहे शामिलरू पूर्व पालिकाध्यक्ष अशोक नबियाल,नंदन न्यास के अध्यक्ष ष्ण गर्ब्याल,टूर अपरेट हरीश कुटियाल,लक्ष्मण कुटियाल,जयेंद्र फिरमाल,प्रवेश नबियाल, संजय गुंज्याल,दिनेश चलाल