बामसेफ के संस्थापक सदस्य स्व़दीना भाना की जयंती पर किया विचार गोष्ठी का आयोजन
हरिद्वार। राष्ट्रीय मूलनिवासी अत्यंत पिछड़ी जाति जागृति मोर्चा के बैनर तले बामसेफ के संस्थापक सदस्य दीना भाना की 94वीं जयंती के अवसर पर बामसेफ एवं बामसेफ के आफसूट संगठनों के कार्यकर्ताओंं ने कनखल स्थित महर्षि बाल्मिीकि आश्रम में विचार गोष्ठी का आयोजन कर उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। गोष्ठी का संचालन राष्ट्रीय मूलनिवासी अत्यंत पिछड़ी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश संयोजक राजेंद्र श्रमिक ने किया। बामसेफ के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चंदेल ने बामसेफ के स्वर्गीय दीना भाना के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर सभी को उनके जन्मदिवस की बधाई देते हुए कहा कि चतुर्थ श्रेणी सफाई कर्मचारी दीना भाना जी के जीवन में बाबा साहेब डा़अंबेडकर के एक भाषण ने इतना बड़ा परिवर्तन कर दिया। जिसकी बदौलत देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में मूलनिवासी बहुजन समाज की 4 बार सरकार बनी है। दीना भाना भारत में हजारों साल की वर्ण व्यवस्था के खिलाफ चल रही बामसेफ की क्रांति के पुरोधा हैं। उन्होंने सभी से अपील करते हुए स्वर्गीय दीना भाना के दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लें। बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रदेश संयोजक भंवर सिंह ने कहा कि डा़भीमराव अंबेडकर के विचारों से प्रभावित माननीय दीना भाना ने कांशीराम को क्लास वन की नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। स्वर्गीय दीना भाना बहुजन समाज के सच्चे जननायक थे। सुरेंद्र तेश्वर, अशोक तेश्वर, आत्माराम बेनीवाल, संजय मूलनिवासी, राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष पास्टर दुलारे मसीह, वरिष्ठ समाजसेवी रफल पाल, राष्ट्रीय मूलनिवासी अत्यंत पिछड़ी अनुसूचित जाति जागृति मोर्चा के प्रदेशा सह संयोजक सुनील राजौर, बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक जितेंद्र तेश्वर आदि ने भी गोष्ठी को संबोधित किया।