पिथौरागढ़ में लंबित मांगें पूरी न होने से आशाओं में आक्रोश
पिथौरागढ़। सीमांत में मासिक प्रोत्साहन राशि और मानदेय न मिलने से आशा कार्यकत्रियों में आक्रोश है। जिला मुख्यालय के साथ ही कार्यकत्रियों ने बेरीनाग, गंगोलीहाट, मुनस्यारी में विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने शासन-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया।
शुक्रवार को नगर में आशा हेल्थ वर्कस यूनियन की अध्यक्ष इंद्रा देऊपा के नेतृत्व में कार्यकत्रियों ने डिप्टी सीएमओ को ज्ञापन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन आशाओं से लगातार नया-नया काम करवा रहा है, लेकिन उन्हें उस काम का मेहनताना नहीं दे रहा। बीते अक्तूबर से उन्हें प्रतिमाह मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हुआ है। एनएचएम की धनराशि का भी भुगतान मार्च में हुआ है। इसके अलावा मुख्यमंत्री की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि भी अप्रैल 2022 से नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि मार्च 2021 में सभी ब्लकों में एचबीवाईसी ट्रेनिंग हुई, उसकी धनराशि भी अब तक उन्हें नहीं मिली है। देऊपा ने कहा कि यूनियन लगातार लंबित भुगतानों को लेकर आवाज उठा रही है, लेकिन सरकारी तंत्र उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रहा है। सरकारी तंत्र की इस अनदेखी से कई कार्यकत्रियों के सामने परिवार को भरण-पोषण करना चुनौती बन गया है।
ये रहे शामिलरू माधवी वल्दिया, हेमा पांडेय, हीरा, निर्मला, चंद्रकला बिष्ट, सविता नगरकोटी, भागीरथी कुंवर, मीना गिरी, मीना, शांति, उर्मिला सौन, लीला जोशी, गीता खनका, लक्ष्मी धामी, बबीता खनका, बंसती सौन, नेहा चंद आदि मौजूद रहे।
गंगोलीहाट में चौथे दिन भी डटीं रही आशा कार्यकर्ता
गंगोलीहाट। नगर में आशाओं का बहिष्कार चौथे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को ब्लक अध्यक्ष उमा महरा ने शासन-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से प्रोत्साहन राशि सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज उठा रही हैं, लेकिन लगातार उनकी अनदेखी की जा रही है। कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी वह आंदोलन में डटी रहेंगी। प्रदर्शन करने वालों में सीता देवी, तारा देवी, राधिका देवी, प्रभा जोशी,कमला बिष्ट, मुन्नी देवी, मंजू देवी, रेनू पंत, हेमा पंत, हंसी कोश्यारी, सीता पंत, लीला आदि मौजूद रहे।