उदयपुर में कन्हैया की हत्या से कोटद्वार में आक्रोश, बाजार बंद
-विभिन्न हिन्दू संगठनों ने शहर में निकाली आक्रोश रैली, राष्ट्रपति से की ठोस कार्रवाई की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के बाद कोटद्वार में भी आक्रोश बढ़ गया है। उदयपुर की घटना के विरोध में विभिन्न हिन्दू संगठनों ने शहर में आक्रोश रैली निकाली और राष्ट्रपति को पत्र भेज शीघ्र ही मामले में ठोस कार्रवाई की मांग की। हिन्दूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि कन्हैया लाल की हत्या के दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा नहीं दी गई तो वह उग्र आंदोलन करेंगे। उधर, विरोध के चलते कई दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान भी बंद रखे।
बता दें कि गत दिवस राजस्थान के उदयपुर में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करने पर एक समुदाय के लोगों ने कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी। जिससे पूरे देश में हिन्दूवादी संगठनों में आक्रोश बढ़ गया है। बुधवार को इसकी आंच कोटद्वार में भी महसूस की गई। यहां लैंसडौन विधायक व सिद्धबली मंदिर के महंत दिलीप रावत के नेतृत्व में विभिन्न हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने आक्रोश रैली निकाली। पूरे नगर में घूमते हुए आक्रोश रैली तहसील परिसर में पहुंची। यहां महंत दिलीप रावत ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि कन्हैया लाल ने सिर्फ एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की थी। जिसके बाद उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। इस संबंध में कन्हैया लाल ने पुलिस के पास रिपोर्ट भी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। जिसका परिणाम है कि एक समुदाय के युवकों ने कन्हैया की हत्या कर दी। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि राजस्थान में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
आक्रोश रैली के दौरान दुकान बंद करने को लेकर नोक-झोंक
उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के बाद कोटद्वार में जैसे ही हिन्दू संगठनों के सदस्यों ने आक्रोश रैली निकाली और बाजार बंद करवाना शुरू किया तो कुछ दुकानदारों के साथ हिन्दू संगठनों के सदस्यों की तीखी नोक-झोंक भी हो गई। फिर वरिष्ठ सदस्यों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया और सभी प्रतिष्ठानों को बंद कराया। इसके बाद जहां से भी आक्रोश रैली गुजरती, वहां दुकानदार खुद ही अपने प्रतिष्ठान बंद कर देते।
शहर में पुलिस फोर्स तैनात
उदयपुर की घटना के बाद सुबह से ही कोटद्वार में जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया था। आक्रोश रैली के दौरान भी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह समेत तमाम पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद रहे और कानून व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया। शहर के झंडाचौक पर भी दिनभर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहा।