ओवरऑल मूल्यांकन के आधार पर बनेगा परीक्षाफल
शासनादेश का इंतजार, फार्मूला लगभग तैयार
देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड के हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को अंक देने में अब पूरे सत्र के दौरान मासिक टेस्ट से लेकर प्री बोर्ड में मिले अंकों के साथ नौवीं कक्षा के प्रदर्शन को भी देखा जाएगा। बोर्ड मूल्यांकन के प्रारूप को शासन को भेज चुका है। शासन स्तर पर जल्द इस संबंध में निर्देश जारी किए जाएंगे। कोरोना महामारी की वजह से इस बार उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा रद की जा चुकी है। हाईस्कूल परीक्षा के लिए 1़48 लाख परीक्षार्थी पंजीत किए गए थे। अब इन परीक्षार्थियों के मूल्यांकन की व्यवस्था की जा रही है। इसके आधार पर इन्हें अंक दिए जाएंगे।
उत्तराखंड बोर्ड मशक्कत कर परीक्षार्थियों के मूल्यांकन का फार्मूला तकरीबन तय कर चुका है। इस फार्मूले पर शासन की मुहर लगने का इंतजार किया जा रहा है। छात्र-छात्राओं को हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षा, प्री बोर्ड परीक्षा समेत आनलाइन या वर्कशीट के आधार पर प्राप्त अंकों का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। इसके आधार पर ही अंक दिए जाएंगे। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का कहना है कि इस बारे में मंथन चल रहा है।
बीते सत्र में कोरोना की वजह से आनलाइन पढ़ाई पर जोर रहा है। नवंबर के बाद बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर कक्षाओं के लिए स्कूल खोले गए थे। कोरोना काल में खोले गए स्कूलों में बोर्ड परीक्षार्थियों की उपस्थिति भी प्रभावित हुई है। छात्र-छात्राओं के मूल्यांकन के लिए अब तक आनलाइन और आफलाइन पहल के आंकड़े भी जुटाए गए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना से बने हालात में आम परीक्षार्थी का नुकसान न हो, इसे देखते हुए मूल्यांकन किया जाएगा।
बोर्ड ने सभी जिलों से जरूरी ब्योरा तलब करने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से तैयार वर्कशीट के आधार पर मूल्यांकन का ब्योरा भी विभाग इकट्ठा का रहा है। इस संबंध में जल्द ही फार्मूला तय किया जाएगा। कोरोना परिस्थितियां देखते हुए आम और मेधावी छात्र के साथ न्याय हो, इसे ध्यान में रखकर जल्द आदेश जारी किए गए हैं।