कोटद्वार में ओवरलोड वाहन बने खतरा, प्रशासन मौन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। क्षेत्र में ओवर लोड वाहनों पर अंकुश नहीं लगने के कारण् खेत्र में प्रतिदिन धड़ल्ले से ओवर लोड वाहन चल रहे है। वहीं परिवहन विभाग व पुलिस विभाग द्वारा इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाने के कारण क्षेत्र में दिनों दिन ओवर लोड वाहनों की संख्या बढ़ रही है। अधिकारियों द्वारा ओवर लोड वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिस कारण दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
कोटद्वार में वाहनों के ओवरलोडिंग के कारण शहर से ग्रामीण क्षेत्र तक सड़कों की हालत खस्ता हो रही है। मोटी कमाई के फेर में वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, वहीं दूसरी तरफ यातायात व परिवहन विभाग भी इन वाहनों पर कार्रवाई नहीं करता। ऐसे में वाहन मालिक व चालकों के हौसले बुलंद हैं। कौड़िया चेक पोस्ट, लालबत्ती चौराहा, झंडाचौक, देवी मंदिर तिराहा से ओवरलोड ट्रकों व पिकअप वाहनों की आवाजाही जारी है। इन चौराहों पर यातायात पुलिस छोटे वाहनों पर कार्रवाई करती नजर आती है, लेकिन उनके सामने से गुजरने वाले भारी वाहनों और नो एंट्री में घुसने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती। स्थानीय लोगों की मानें तो चालकों का यातायात नियमों से कोई सरोकार नहीं वे जब चाहे मनमाने ढंग से सामान लोड कर गंतव्य की ओर रवाना हो जाते हैं। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ओवरलोड वाहनों के दौड़ने से सड़कों की सेहत खराब हाने के साथ ही इन वाहनों पर चलने वाले चालक-परिचालकों की जान पर भी खतरा मंडराता रहता है। कई बार खराब सड़क होने की वजह से ट्रक और पिकअप वाहन पलट जाते हैं। आलम यह है कि स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार शिकायत करने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि परिवहन विभाग को ओवरलोड वाहनों पर कार्यवाही के लिए कहा जायेगा। ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
पुलिस व परिवहन विभाग बने लापरवाह
वर्ष 2018 में हुए धुमाकोट हादसे के बाद शासन स्तर से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश जारी किया था। आदेशानुसार चेकिग में पकड़े जाने पर ओवरलोड वाहन चालकों के ड्राइविग लाइसेंस निरस्त करने और उन पर भारी जुर्माना लगाया जाना था, लेकिन कुछ दिन अभियान चलाने के बाद पुलिस व परिवहन विभाग लापरवाह बन गया। आलम यह है कि शहर की सड़कों पर बेखौफ ओवरलोड वाहन दौड़ रहे है। यातायात विभाग और परिवहन कार्यालय की सुस्ती के कारण भारी वाहनों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती इस कारण भारी वाहनों पर रोक नहीं लग पा रही है।