स्वास्थ्य, पर्यावरण, मिट्टी संरक्षण के लिए पंचगव्य लाभदायक
हरिद्वार। उत्तराखंड संस्त विश्वविद्यालय की पंचगव्य यूनिट समिति द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंगलाचरण के साथ ड़ सुमन प्रसाद भट्ट ने किया। मीनाक्षी सिंह रावत ने कहा कि युवाओं को लघु उद्यमिता का कौशल प्रदान करने में पंचगव्य की सहायक भूमिका होती है। विषय विशेषज्ञ प्रो़ सतेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि पंचगव्य स्वास्थ्य, पर्यावरण, मिट्टी संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लाभदायक है। विश्वविद्यालय में पंचगव्य यूनिट निर्माण से विश्वविद्यालय द्वारा उत्तराखंड में स्वास्थ्य संरक्षण को पंचगव्य व्यावसायिक उद्यमिता को बढ़ावा देकर भारत की परम्परागत चिकित्सा पद्घति को प्रोत्साहन मिलेगा। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्त विश्वविद्यालय के प्रो़ यशवीर सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति एकीत शिक्षा को बढ़ावा देती है। इस दौरान ड़ अरविंद नारायण मिश्र, ड़ अरुण कुमार मिश्र, ड़ सुमन प्रसाद भट्ट, ड़ सुशील कुमार चमोली, ड़क कंचन तिवारी, ड़ विंदुमती द्विवेदी, ड़ विनय कुमार, ड़ अजय परमार, ड़ प्रकाश चन्द्र पंत आदि मौजूद थे।