खटीमा में महंगी किताबों पर फूटा अभिभावकों का गुस्सा

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रुद्रपुर। क्षेत्र में निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की जगह निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लागू होने से अभिभावकों का सब्र जवाब दे गया है। आक्रोशित अभिभावकों ने जल्द विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं लगाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान उन्होंने निजी स्कूलों के प्रबंधन पर राज्य सरकार की नीतियों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। मंगलवार को अभिभावकों ने एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट से मुलाकात की। उन्होंने कहा निजी विद्यालयों में किताबों के साथ फीस में भी बेतहाशा वृद्घि की जा रही है। फीस जमा करने के नियम ऐसे बनाए गए हैं। अभिभावक तीन माह की फीस एक साथ जमा नहीं कर सकते, लेकिन उनसे प्रतिमाह फीस की जगह तीन-तीन माह की फीस एक साथ वसूली जा रही है। कहा वे आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में निजी स्कूल बच्चों की पढ़ाई के नाम पर शोषण पर उतारू हो गए हैं। उन्होंने कहा इन विद्यालयों में निजी प्रकाशकों की मंहगी किताबें लगाई जा रही हैं। विद्यालयों का स्कूल ड्रेस से लेकर जूते तक में कमीशन तय कर दिया है।इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन से निजी स्कूलों के खिलाफ करने की मांग की। इधर, एसडीएम ने बताया कि निजी विद्यालयों की जांच के लिए चार कमेटियों का गठन किया गया। यह कमेटियां दो दिन बाद उन्हें रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट मिलने के बाद इसे कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा। सरकार की मंशा के विपरीत जो भी स्कूल कार्य करते पाए गए, उनके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां धन सिंह सामंत, दीपक, नंदन सिंह, आनंद सिंह आदि मौजूद रहे।

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