पुलिया का हिस्सा ढहा, हादसों का बना अंदेशा
नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना है खतरा
शिकायत के बाद भी पुलिया मरम्मत की सुध नहीं ले रहा विभाग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग कोटद्वार-दुगड्डा में मध्य आमसौड़ के समीप पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। बदहाल पड़ी पुलिया से आवाजाही करने वाले वाहन कब गदेरे की भेंट चढ़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। शिकायत के बाद भी राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग पुलिया मरम्मत की सुध नहीं ले रहा है। पुलिया के किनारे लगे रैलिंग भी पूरी तरह टूट चुके हैं।
कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य हर रोज सैकड़ों वाहन आवाजाही करते हैं। शनिवार व रविवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का सबसे अधिक दबाव रहता है। जिला मुख्यालय के साथ ही पर्यटन नगरी लैंसडौन, ताड़केश्वर के लिए जाने वाले पर्यटक इसी मार्ग से आवाजाही करते हैं। लेकिन, पिछले कई माह से पुलिया जर्जर हालत में पड़ी हुई है। कुछ दिन पूर्व पुलिया का एक हिस्सा भी ढह गया। पुलिया से आवाजाही करते समय पर्यटक व वाहन चालकों की सांसे अटकी रहती है। आमसौड़ निवासी सुशील कुमार, मुन्नी देवी ने बताया कि दशकों पूर्व बनी पुलिया कब गदेरे की भेंट चढ़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। क्षेत्रवासी कई बार पुलिया की मरम्मत के लिए विभाग को सूचित कर चुके हैं। लेकिन, विभाग सुध लेने को तैयार नहीं है। सबसे अधिक खतरा रात के अंधेरे में बना रहता है। बरसात के दौरान पुलिया पर कब हादसा हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता।
चेतावनी बोर्ड भी नहीं
पुलिया क्षतिग्रस्त होने की जानकारी के लिए सरकारी विभाग ने उक्त स्थान पर कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया हुआ है। जबकि, आमसौड़ के समीप यह पुलिया मोड़ पर है, जिस कारण वाहन चालकों की नजर पुलिया के टूटे हुए हिस्से पर नहीं पड़ पाती। ऐसे में रात के वक्त दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
मामला संज्ञान में है। पुल की रेलिंग की मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बजट मिलते ही मरम्मत का कार्य करना दिया जाएगा। .अरविंद जोशी, अवर अभियंता, एनएच खंड धुमाकोट