पंजीकरण मामले पर यात्रियों ने की सरकार से राहत देने की मांग
रुद्रप्रयाग। बदरीनाथ और केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को विभिन्न बैरियरों पर पंजीकरण के बहाने रोकने और वापस लौटाने का अब यात्री स्वयं ही विरोध करने लगे हैं। उन्होंने सरकार से पंजीकरण मामले पर राहत देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हजारों किमी की यात्रा कर रुद्रप्रयाग और अन्य स्थानों पर पहुंचने के बाद उन्हें वापस लौटाना उचित कदम नहीं हैं। इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही है। उन्होंने कहा कि ठीक बदरीनाथ और केदारनाथ के नजदीक पहुंचने पर उन्हें दर्शनों से वंचित किया जा रहा है।बीते कई दिनों से उत्तराखंड के चारों धामों में चारधाम यात्रा चरम पर है। विशेष रूप से केदारनाथ जाने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री रुद्रप्रयाग पहुंच रहे हैं, किंतु कई स्थानों पर उन्हें आगे जाने से रोका जा रहा है। इसके पीटे पंजीकरण असल वजह मानी जा रही है। मध्य प्रदेश से आए तीर्थयात्री प्रकाश शर्मा ने बताया कि उन्होंने हरिद्वार में पंजीकरण कराया और वह यात्रा पर आए। बदरीनाथ के दर्शन करने के बाद उन्हें अब केदारनाथ जाने से रोका जा रहा है। कहा जा रहा है कि एक महीने बाद केदारनाथ के लिए पंजीकरण है। पंजीकरण के नाम पर यात्रियों को वापस लौटाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे ही राजस्थान और अन्य प्रदेशों से आए तीर्थयात्रियों ने भी पंजीकरण के नाम पर यात्रियों को गुमराह करने और उन्हें ठीक ऐसे स्थानों पर रोकना जहां से वह मंदिर के काफी करीब है यह उचित नहीं है। हजारों मील दूर से आने वाले यात्रियों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही है। उन्हें रात सड़कों पर काटनी पड़ रही है। तीर्थयात्रियों ने सरकार से शीघ्र पंजीकरण में राहत देने की मांग की है ताकि हर यात्री को दर्शनों का अवसर मिल सके। इधर, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने बताया कि जो उन्हें निर्देश मिल रहे उसका पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्रियों को बिना पंजीकरण के वापस लौटना पड़ रहा है।