पौड़ी गढ़वाल का एक और लाल शहीद, गांव में पसरा मातम, आज दी जाएगी अंतिम विदाई
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखंड और देश के लिए एक बुरी खबर है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के उल्लंघन के दौरान उत्तराखंड के वीर जवान सूबेदार स्वतंत्र सिंह शहीद हो गए हैं। सूबेदार स्वतंत्र सिंह उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के ग्राम उडियारी के रहने वाले थे और वे 16 गढ़वाल राइफल में थे। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल का एक और लाल देश पर कुर्बान हुआ है। पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गोलीबारी के दौरान पौड़ी निवासी गढ़वाल राइफल्स में कार्यरत सूबेदार स्वतंत्र सिंह पुत्र प्रेम सिंह शहीद हो गए। बीती रात स्वजनों को उनके बलिदान की खबर मिली, जिसके बाद से ही उनकी मां और पत्नी बेसुध हालत में हैं। शहादत की खबर से पूरा गांव शोक में डूब गया है। आपको बता दें कि स्वतंत्र सिंह एक महीने पहले ही छुट्टी खत्म कर वापस लौटे थे। स्थानीय प्रशासन के अनुसार शुक्रवार शाम को 16 गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर से गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर के मुख्यालय लैंसडौन में लाया गया है। जहां गढ़वाल राईफल्स के अधिकारियों, उपजिलाधिकारी लैंसडौन, लैंसडौन विधायक दलीप रावत ने शहीद को श्रद्धाजंलि दी। शनिवार सुबह शहीद की पार्थिक देह उनके गांव उडियारी पहुंचेगी। पैतृक घाट पर शहीद को अंतिम विदाई दी जायेगी।
पाकिस्तान की नापाक हरकत खत्म नहीं हो रही है। आए दिन पाकिस्तानी सैनिक सीमा पर अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ के शाहपुर किरनी और कस्बा सेक्टर में गोलाबारी कर दी। इसमें पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड) के उडियारी गांव के रहने वाले सूबेदार स्वतंत्र सिंह गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें इलाज के लिए सैन्य अस्पताल ले जाया गया। उनकी गंभीर हालत देखते हुए उन्हें सेना के चॉपर से ऊधमपुर के अस्पताल भेजा गया, जहां वे इलाज के दौरान शहीद हुए। स्वतंत्र सिंह करीब एक महीने पहले ही घर से छुट्टी काटकर ड्यूटी पर वापस लौटे थे। बीती रात करीब साढ़े आठ बजे स्वजनों को उनके बलिदान की खबर मिली। बलिदानी स्वतंत्र सिंह की माता प्यारी देवी, पत्नी रेखा देवी, पुत्री शिवानी व संगीता बेसुध हो गए। उनके पुत्र अंकित रावत और आदित्य ने किसी तरह स्वयं को संभालते हुए घर के अन्य सदस्यों को संभाला। इस बीच अन्य ग्रामीण भी उनके आवास में पहुंच गए और परिवारजनों को सांत्वना दी। शुक्रवार सुबह तक स्वतंत्र सिंह के बलिदान का समाचार पूरे क्षेत्र में फैल गया और कांडाखाल, बनाली, मरखोला सहित आसपास के गांवों के ग्रामीण उनके आवास में पहुंचने लगे। स्वतंत्र सिंह के बलिदान पर शुक्रवार को आसपास के क्षेत्रों में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। पूर्व प्रधान हर्षदेव नैथानी ने बताया कि स्वतंत्र सिंह के पिता स्व. प्रेम सिंह ने भी सेना में रहकर देश सेवा की थी।
लंगूर पल्ला चार के राजस्व उपनिरीक्षक सुभाष चन्द्र ने बताया कि गढ़वाल राइफल्स में कार्यरत सूबेदार स्वतंत्र सिंह शहीद हो गए। शुक्रवार सांय तक शहीद के पार्थिव देह की ग्राम उडियारी पहुंचने की संभावना है। शहीद के परिवार में उनकी माता 82 वर्षीय प्यारी देवी पत्नी स्व. प्रेम सिंह, पत्नी 46 वर्षीय रेखा देवी, बेटा 23 वर्षीय अंकित रावत, बेटी 21 वर्षीय शिवानी, 19 वर्षीय बेटी संगीता, बेटा 12 वर्षीय आदित्य है।
16 गढ़वाल राइफल्स के शहीद सूबेदार स्वतंत्र सिंह।