पौड़ी गढ़वाल में एक और प्रवासी क्वारंटीन की मौत, मरने वालों का आंकड़ा हुआ चार। दिल्ली से आई थी वृद्धा अपने गांव
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पौड़ी जनपद के क्वारंटाइन सेंटर में एक और मौत हो गयी है। जिले की धुमाकोट तहसील के एक क्वारंटाइन सेंटर में दिल्ली से आई वृद्धा की मौत हो गई। पुलिस प्रशासन का कहना है कि वृद्धा हृदय रोग की मरीज थी और लंबी बीमारी के बाद वापस गांव लौटी थी। उसकी मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई है। मृतक के पुत्र व ग्राम प्रधान ने वृद्धा की मौत को स्वाभाविक बताते हुए शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाने का अनुरोध किया। जिस पर प्रशासन ने शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया। वृद्धा की मौत के बाद क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे अन्य 30 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई गई। जिसमें सभी स्वस्थ पाए गए। जनपद में क्वारंटाइन सेंटर में यह चौथी मौत है। इससे पूर्व भी रिखणीखाल, बीरोंखाल और पाबौ ब्लॉक में एक वृद्धा समेत तीन लोगों की मौत हुई थी। पाबौ ब्लॉक के मृतक की कोरोना जांच पॉजिटिव आई थी।
धुमाकोट थाना प्रभारी प्रमोद उनियाल ने बताया कि पीपली (भटिंडा) निवासी 72 वर्षीय ठाकुली देवी पत्नी चंदन सिंह बीती 23 मई को दिल्ली से अपने गांव लौटी थी। उसे गांव में ही मिलन केंद्र पर क्वारंटाइन किया गया था। गत शुक्रवार की सायं को उसकी तबीयत खराब होने से उसकी मौत हो गई। जानकारी जुटाने पर पता चला है कि वृद्धा लंबे समय से हृदय रोग से पीड़ित थी और निरंतर दवाइयां ले रही थी, उसकी मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई है। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान व मृतक वृद्धा के पुत्र ने मौत को स्वाभाविक बताते हुए पोस्टमार्टम नहीं करवाने का अनुरोध किया। जिस पर शव का पीएम नहीं करवाया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नौनीडांडा के चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि वृद्धा की मौत हार्ट अटैक से हुई है। वृद्धा का दिल्ली में उपचार चल रहा था। उन्होंने बताया कि महिला स्वाभाविक मौत होने की वजह से कोरोना जांच के लिए सैंपल नहीं लिया गया है।
बता दें कि विगत 17 मई 2020 को पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड रिखणीखाल के राजकीय जूनियर हाईस्कूल रेवा में बनाये गये क्वारंटीन सेंटर में दिल्ली से परिवार के साथ आयी वृद्धा की मौत हो गयी थी। यहां भी प्रशासन ने वृद्धा की मौत के बारे में बताया कि उनको पुरानी बीमारी थी जिसके चलते उनकी मौत हुई है। पौड़ी गढ़वाल प्रशासन के अनुसार वृद्धा दिल्ली में उपचार कराने गई थी। 18 मई 2020 को बीरोंखाल ब्लॉक के बिरगणा में दिल्ली एनसीआर से आये एक प्रवासी युवक की मौत हो गई थी। युवक सरकारी विद्यालय में क्वारंटाइन में था। प्रशासन द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 31 वर्षीय संजय पटवाल पहले से ही दमे का मरीज था और 18 मई को सुबह ही संजय को अस्थमा का दौरा पड़ने के कारण उसकी मृत्यु हो गई। संजय के शव का कोटद्वार में पोस्टमार्टम कराया गया। पाबौ ब्लॉक के पीपली गांव निवासी 48 वर्षीय शैलेन्द्र चमोली पुत्र सचिदानन्द चमोली गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में रहता था। 10 मई को वह परिवार के साथ गांव आया था। नियमानुसार वह परिवार के साथ घर पर ही होम क्वारंटाइन में था। 21 मई को रात में अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई थी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराया था। जबकि स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के सैंपल को कोरोना जांच के लिए भेज दिया था। मृतक की कोरोना जांच पॉजिटिव आई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने मृतक युवक के गांव को कंटेंमेंट जोन घोषित कर दिया था।