पहले मंच पर चंडीपाठ फिर मजार पर चादरपोशी, नंदीग्राम में हिंदू कार्ड के बाद ममता ने साधा संतुलन
नंदीग्राम, एजेंसी। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े संग्राम के लिए तैयार नंदीग्राम पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुराने संघर्ष को याद किया तो मंच से चंडीपाठ करके बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड के असर को काटने की कोशिश की। हालांकि, इसके कुछ देर बात ही वह शमशाबाद मजार पर भी पहुंचीं और चादरपोशी की। इसके बाद ममता बनर्जी ने हरि मंदिर और दुर्गा मंदिर में भी दर्शन किया। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ममता बनर्जी हर वर्ग के मतदाताओं को साधने की कोशिश कर रही हैं और एक मंझे हुए राजनीतिज्ञ के तौर पर उन्हें संतुलन साधना बखूबी आता है।
इस विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले बूथ स्तर के तृणमूल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ममता ने मंच से चंडीपाठ भी किया और कहा कि वह हिंदू की बेटी हैं और उन्हें कोई हिंदू धर्म ना सिखाए। ममता ने कहा कि हिंदू धर्म का मूल ही प्रेम है। बीजेपी उन्हें हिंदुत्व ना सिखाए।
ममता ने अपने पूर्व सहयोगी और बीजेपी उम्मीदवार सुभेंदु अधिकारी पर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा, श्श्जिन्होंने बाहरी लोगों को अपनी जमीर बेच दी, वे सांप्रदायिकता का सहारा लेकर नंदीग्राम भूमि अधिग्रहण आंदोलन को बदनाम कर रहे हैं।श्श् मुख्यमंत्री ने कहा, श्श्कुछ लोग 70रू30 अनुपात (हिंदू-मुस्लिम आबादी) की बात कर रहे हैं। जो लोग ऐसा कर रहे हैं वे दोनों समुदायों के लोगों को आपस में लड़ा कर नंदीग्राम के पवित्र आंदोलन के बदनाम कर रहे हैं । नंदीग्राम के लोग मतदान के दिन एक अप्रैल को भाजपा को श्अप्रैल फूल बनाएंगे।श्श्