मोदी को ज्ञापन देने जा रहे भू कानून समिति से जुड़े लोग रोके
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीाषिकेश में गुरुवार को हुई जनसभा में उनसे मिलकर ज्ञापन देने जा रहे मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति से जुड़े लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन्हें करीब पांच घंटे तक पुलिस लाइन में रखा गया। यहां मजिस्ट्रेट को बुलाकर इनका ज्ञापन दिलाया गया। मोदी की जनसभा समाप्त होने पर करीब पांच घंटे बाद इन्हें पुलिस लाइन से छोड़ दिया गया।ाषिकेश में हुई प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा के दौरान संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन देने की कोशिश कर रहा था। उत्तराखंड में मूल निवास, भू कानून लागू करने, और अंकिता हत्याकांड व भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच करवाने की वह मांग कर रहे हैं। समिति के संयोजक मोहित डिमरी को गुरुवार सुबह हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाया गया। वहीं कई लोगों कोाषिकेश में भी नजरबंद रखा गया। मोहित डिमरी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी डरे हुए हैं। वह नहीं चाहते कोई प्रधानमंत्री के आगे मूल निवास, भू कानून, अंकिता हत्याकांड और भर्ती घोटालों जैसे मुद्दे उठा पाएं। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को लेकर लड़ाई लगातार जारी रहेगी। वहीं मोहित डिमरी को हिरासत में लिए जाने की जानकारी मिलते ही यूकेडी के वरिष्ठ नेता आनंद जुयाल, केंद्रीय प्रवक्ता शांति भट्ट, यूकेडी केंद्रीय युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, केंद्रीय मीडिया प्रभारी सुनील ध्यानी, केंद्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी घिल्डियाल, समीर मुंडेपी, बृजमोहन सजवाण, प्रांजल नौडियाल, अनिल डोभाल, पंकज उनियाल, मनीष रावत, भोला चमोली, यतेन्द्र खंतवाल, शिवानंद लखेड़ा भी पुलिस लाइन पहुंच गए। उन्होंने हिरासत में लिए जाने का विरोध किया। सीओ अभिनय चौधरी में बताया कि जनसभा में विरोध करने जाने वाले लोगों रोका गया। इन्हें पुलिस लाइन में रखने के बाद छोड़ दिया गया।