चार दिन से पांच गांवों के लोग अंधेरे में रहने को मजबूर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : विकासखंड बीरोंखाल अंतर्गत पांच गांवों के ट्रांसफर्मरों को अभी तक ठीक नहीं किया गया है। जिस कारण ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर है। बिजली सप्लाई ठप होने से ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जंगली जानवरों के भय के कारण लोग शाम ढलते ही घरों में कैद होने को मजबूर है। 18 मार्च को आकाशीय बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर फुंक गए थे, तब से आज तक लोग अंधेरे में हैं। जनप्रतिनिधियों ने ऊर्जा निगम से अभिलंब ट्रासफार्मर बदलने की मांग की है।
डांडाग्वीन, रगडीगाड़,भरोलीखाल, चोरखिंडा, मटकुंडा गांवों के ट्रासफार्मरों में आकाशीय बिजली गिरने से फुंक गए हैं। जिससे इन ग्रामसभाओं में चार दिन से बिजली सप्लाई ठप पड़ी है। भाजपा ब्लॉक महामंत्री अनिल डिमरी ने बताया कि ट्रासफार्मर खराब होने से बोर्ड परीक्षा दे रहें छात्रों के साथ ही ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बिजली नहीं होने से गांवों में जंगली जानवरों का भय भी बना रहता है, जिससे ग्रामीण शाम ढलते ही अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं। लोगों को अपने मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए बीरोंखाल, मैठाणाघाट, बेदीखाल आना-जाना पड़ रहा है। लोगों ने जल्द ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। उधर, स्यूंसी उपखंड अवर अभियंता बीएस चौहान का कहना है कि बीरोंखाल के पांच गांवों के ट्रांसफार्मर 18 मार्च को फुंक गए थे। इसकी जानकारी उनके पास है। एक-दो दिन में बिजली सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।