उत्तराखंड

राजकीय शिक्षकों का चरणबद्घ आंदोलन 27 से

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चमोली। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजकीय शिक्षकों का चरणबद्घ आंदोलन बुधवार 27 सितंबर से शुरू होगा। प्रांतीय कार्यकारिणी के आवाह्न पर राजकीय शिक्षक जनपद चमोली के समस्त राजकीय शिक्षक विभाग द्वारा शिक्षकों की मांगों की लगातार अनदेखी होने से नाराज हैं। संघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप भंडारी और जिलामंत्री प्रकाश चौहान ने बताया कि 4 अगस्त 2023 को संगठन की प्रदेश के शिक्षा मंत्री से वार्ता में मांगों पर जो सहमति बनी उन पर कार्रवाई आज तक नहीं हुई। जिसके चलते शिक्षक बुधवार को काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे। जबकि 8 अक्तूबर को देहरादून में जागरण रैली, 16 अक्तूबर को ब्लाक एवं जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना, 26 अक्तूबर को मंडल मुख्यालय पर प्रदर्शन और 30 अक्तूबर को प्रदेश मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।
शिक्षकों की प्रमुख मांगेंरू
शिक्षकों की प्रवक्ता एवं हेडमास्टर पदों पर पद्दोन्नति। स्थानान्तरण विसंगतियों को दूर करना। अंतरमण्डलीय स्थानान्तरण आदेश निर्गत करना एवं स्कूलों का कोटीकरण सुधारकर उन्हें उप श्रेणियों में विभाजित करना। चयन – प्रोन्नत वेतनमान पर एक इंक्रीमेंट स्वीत करना,वेतन विसंगति को दूर करना। तदर्थध्बेसिक शिक्षकों को पूर्व की सेवा का लाभ देना। एलटी से प्रवक्ता पद पर पद्दोन्नत हुए शिक्षकों को पूर्व सेवा का लाभ देते हुए प्रोन्नत वेतनमान स्वीत करना। अटल स्कूलों को सीबीएसई है हटाकर उत्तराखंड बोर्ड केवल अधीन करना एवं अटल उत्ष्ट विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों को सेवा गुणांक प्रदान करना।पारस्परिक स्थानान्तरण सूची जारी करना। उप प्रधानाचार्य के पद स्वीत करना। शारीरिक शिक्षाध्कला व वाणिज्य को मुख्य विषय घोषित करने इन विषयों के प्रवक्ता पद सृजित करना। एलटी को स्टेट कैडर घोषित करना। स्थानान्तरण में काउंसिलिंग की व्यवस्था करना। प्रशासनिक एवं शैक्षिक संवर्ग को समाप्त कर शिक्षकों को भी उप शिक्षा अधिकारी पदों पर पदोन्नति देना। जनपद चमोली सीमांत जनपद होने केवल कारण सभी को सीमांतध्दुर्गम भत्ता स्वीत करना शामिल हैं।

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