श्रीनगर गढ़वाल। फूलदेई सामाजिक एवं सांस्कृतिक कला मंच की ओर से आगामी 16 मार्च को श्रीनगर में फूलदेई यात्रा निकाली जायेगी। यात्रा में नगर क्षेत्र के स्कूली बच्चे समेत रंगकर्मी, संस्कृति कर्मी और महिलाएं बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा तैयार की गई घोघा माता की डोलियां, ढोल-दमाऊं, मशकबीन आदि वाद्य यंत्रों के साथ यात्रा निकाली जायेगी। रविवार को आदिति स्मृति न्यास में आयोजित बैठक में फूलदेई समिति के अध्यक्ष अनूप बहुगुणा ने बताया कि गढ़वाल की विलुप्त होती लोक संस्कृति के संरक्षण एवं भावी पीढ़ी तक संदेश पहुंचाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। मंच के सचिव विरेंद्र रतूड़ी ने कहा कि 14 मार्च को होली का पर्व और फूलदेई एक साथ आने के कारण इस बार 16 मार्च को प्रातः 6 बजे नागेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद फूलदेई यात्रा शुरू होगी। यात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए निकाली जाएगी। बच्चों के द्वारा नगर क्षेत्र में घरों व प्रतिष्ठानों की देहरियों पर फूल भी डाले जाएंगे। कहा कि इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिता भी आयोजित की जायेगी। अनूप बहुगुणा ने कहा कि स्व. लोकेश बलूनी की स्मृति में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। साथ ही व्यापार सभा अध्यक्ष नरेश नौटियाल की माता स्व. चेतना देवी की स्मृति में लोकगीत और लोकनृत्य प्रतियोगिता और स्व. तिलक मोहन पुण्डीर की स्मृति में विद्यालय स्तर की जूनियर, सीनियर और प्राइमरी वर्ग में चित्रकला और लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी।
शिक्षक महेश गिरी की माता की स्मृति में स्वाणी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। कहा कि शोभा यात्रा में पारम्परिक वेशभूषा में तैयार बच्चों से ही विजेताओं को चुना जायेगा। बच्चों की परीक्षाओं को देखते हुए प्रत्येक रविवार को विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित होगी जो कि बैशाखी तक चलेगी। रंगकर्मी डा. संजय पांडेय ने कहा कि पहाड़ में वर्तमान में पाश्चात्य संस्कृति हावी होती जा रही है। ऐसे में फूलदेई पर्व में युवा पीढ़ी को पहाड़ की संस्कृति से रूबरू करवाना और फूलदेई के पारंपरिक गीतों को युवा पीढ़ी तक पहुंचे इस उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। बैठक में पार्षद शुभम प्रभाकर ने फूलदेई कार्यक्रम के अंतर्गत संस्कृति प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता कराने का सुझाव दिया। इस मौके पर गिरीश पैन्यूली, नरेश नौटियाल, प्रमिला भंडारी, महेश गिरी, विनित पोस्ती, प्रमोद बमराडा, महंत नितिन पुरी, संदीप रावत, अंजना डोभाल, प्रमीला भंडारी, झाबर सिंह आदि मौजूद थे।