हेली सेवाओं के खिलाफ तीर्थपुरोहितों ने दिया केदारनाथ में धरना
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ के तीर्थपुरोहित एवं स्थानीय लोगों को केदारनाथ धाम में हेलीकप्टर से आने जाने में प्राथमिकता न दिए जाने और हेली कंपनियों के रवैये से नाराज तीर्थपुरोहितों ने केदारनाथ में करीब दो घंटे धरना दिया। केदारनाथ हेलीपैड से कुछ दूर तीर्थपुरोहितों ने धरना देते हुए चेतावनी दी कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो हेली कंपनियों के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने डीएम को ज्ञापन भी दिया। शनिवार को केदारनाथ में तीर्थपुरोहित हेली कंपनियों के रवैये से नाराज हुए और उनके खिलाफ धरने पर बैठ गए। हालांकि यह सांकेतिक प्रदर्शन था किंतु तीर्थपुरोहितों ने कहा कि यदि 7 मई तक इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि केदारनाथ धाम में तीर्थपुरोहितों एवं स्थानीय लोगों को हेलीकप्टर यात्रा में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। जबकि पूर्व में बीते 5 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ तीर्थपुरोहितों की बैठक हुई थी, जिसमें उन्होंने स्थानीय लोगों एवं तीर्थपुरोहितों को हेली सेवा से आने जाने में प्राथमिकता देने की मौखिक रूप से सहमति दी थी किंतु हेली कंपनियां तीर्थपुरोहित एवं स्थानीय लोगों को कोई तवज्जों नहीं दे रही है। कहा कि यदि शीघ्र इस मामले में कार्रवाई कर तीर्थपुरोहित एवं स्थानीय लोगों को प्राथमिकता नहीं दी गई तो समस्त तीर्थपुरोहित एवं स्थानीय लोग जनता के साथ मिलकर हेली कंपनियों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। जिसका सीधा असर हेली सेवाओं पर पड़ेगा। इस दौरान केदार सभा ने यूकाडा की वर्तमान व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई। कहा कि पूर्व में टिकट वितरण की भी बेहतर व्यवस्था थी जबकि इस बार 90 फीसदी टिकट अनलाइन कर सबकी मुश्किलें बढ़ा दी गई है। तीर्थपुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने बताया कि यदि हेली सेवाओं द्वारा इस मामले में ठोस फैसला नहीं किया गया तो तीर्थपुरोहित केदारपुरी में आंदोलन करेंगे। इस मौके पर केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, महामंत्री राजेंद्र प्रसाद तिवारी, व्यापार संघ अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी, अंकित सेमवाल, संजय तिवारी, वेद प्रकाश, पंकज शुक्ला, आशीष, पंकज सहित कई तीर्थपुरोहित मौजूद थे।