नंगे पैर नहीं दौड़ाए खिलाड़ी, परिजनों को जूते लेने भेजा
देहरादून। खेल विभाग ने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के दौरान खिलाड़ियों को नंगे पैर दौड़ाने पर सख्त रुख अपनाया है। अब ट्रायल के दौरान किसी भी खिलाड़ी को नंगे पैर दौड़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है। गुरुवार को चप्पल पहनकर आए खिलाड़ियों के परिजनों को बाकायदा ग्राउंड से ही जूते लेने भेज दिया गया। उदीयमान योजना के ट्रायल के दौरान खिलाड़ियों को परेड ग्राउंड के पथरीले ट्रैक पर नंगे पैर दौड़ाया गया था। इससे कुछ खिलाड़ी जख्मी होकर रेस पूरी नहीं कर पाए थे। जूते होने के बाद भी खिलाड़ियों को उन्हें पहनने का समय नहीं दिया गया था।गुरुवार को जनपद स्तरीय ट्रायल के दौरान इसका असर देखा गया। कुछ बच्चे चप्पलों में ही ट्रायल देने पहुंच गए थे। मौके पर तैनात खेल प्रशिक्षकों ने खिलाड़ियों के परिजनों को पहले जूते खरीदकर लाने को कहा। जब सभी खिलाड़ी जूतों में तैयार हो गए, तब उनके ट्रायल लिए गए। यही नहीं परेड ग्राउंड के चार सौ मीटर ट्रैक पर डिवाइडर लगाकर दौड़ कराई गई। ताकि खिलाड़ी डिवाइडर के बाहर दौड़ सकें और उनका खुले चैंबरों में गिरने का खतरा कम हो सकते। इससे पहले डिवाइडर की व्यवस्था नहीं थी।