बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को पीएम मोदी ने दी बधाई, कहा- सफल होने का पहला मंत्र है टीम स्पिरिट
मुंबई, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का होना इस खूबसूरत शहर की उर्जा को और बढ़ाएगा। मैं कर्नाटक सरकार को इन खेलों के आयोजन के लिए बधाई देता हूं। ग्लोबल पेंडेमिक की तमाम चुनौतियों के बीच ये खेल भारत के युवाओं के दृढ़ संकल्प और जज्बे का उदाहरण है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए आप सभी को बहुत बहुत बधाई। बेंगलुरु शहर देश के युवा जोश की पहचान है और प्रोफेशनल्स की शान है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया वाले बेंगलुरु में खेलो इंडिया का आह्वान अहम है। स्टार्ट-अप्स की दुनिया में स्पोर्ट्स का ये संगम, अद्भुत है। खेल और जीवन में जज्बे, जोश और जुनून का महत्व है। इसमें जो चुनौतियों को गले लगाता है, वो विजेता होता है। दोनों में हार भी जीत होती है, हार भी सीख होती है। सफल होने का पहला मंत्र होता है- टीम स्पिरिट!, स्पोर्ट्स से हमें यही टीम स्पिरिट सीखने को मिलती है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भी आप इसे साक्षात अनुभव करेंगे। यही टीम स्पिरिट आपको जिंद्गी को देखने का एक नया नजरिया भी देती है।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2021 से पहले विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों के साथ बातचीत की। केंद्रीय मंत्री ने 13 विषयों के लिए जैन यूनिवर्सिटी ग्लोबल र्केपस स्थल का औचक दौरा किया, जिसमें नए खेल मल्लखंभा और योगासन शामिल हैं। वह विभिन्न खेल क्षेत्रों में गए और प्रतिभागियों के लिए कियुग में एक याद्गार कार्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए की गई व्यवस्थाओं का संज्ञान लिया।
एक क्रिकेटर के रूप में अपने खेल के दिनों की याद दिलाते हुए मंत्री ने कहा, जैन विश्वविद्यालय कर्नाटक राज्य सरकार के साथ खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भाग लेने वाले एथलीटों के लिए सर्वोत्तम सुविधाओं के साथ इन आयोजनों की मेजबानी करने का शानदार काम कर रहा है। इन एथलीटों को आज यहां देख रहे हैं। मुझे अपने विश्वविद्यालय के दिनों की याद आ रही है जब मैंने क्रिकेट खेला करता था। बिहार के दरभंगा और समस्तीपुर जैसे स्थानों में आयोजित कुछ टूर्नामेंटों में सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन बुनियादी ढांचे में आज इतना सुधार हुआ है। आप देख सकते हैं एथलीटों के लिए यहां किस तरह की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। केआईयूजी के माध्यम से हमारी पहल एथलीटों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो।
देश के नवोदित एथलीटों को सलाह देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, खेल भावना की भावना से खेलें। मैं उन्हें स्वच्छ खेलों का प्रचार करने और प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं का उपयोग नहीं करने की सलाह दूंगा। इसलिए एथलीटों को विशेष रूप से विश्वविद्यालय स्तर पर युवा एथलीटों के बीच डोपिंग के बारे में जागरूक करने के लिए सही जानकारी देने के लिए हमारे यहां नाडा है।