वैक्सीन सेंटर पर तैनात पुलिसकर्मी ने पत्रकार के साथ की बदसलूकी
घंटों लाइन में खड़े होकर फ्रंट लाइन वर्कर पत्रकारों को लगानी पड़ी कोविड वैक्सीन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोना काल में जहां पुलिस हर जरूरतमंद की मदद कर रही है। एक ओर जहां पुलिस मुसीबत के समय बीमारों को दवाई, ऑक्सीजन सिलेंडर और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध करा रही है। वहीं कुछ पुलिस कर्मी मित्र पुलिस की छवि को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। प्रदेश सरकार ने पत्रकारों को फ्रंट लाइन्न वर्कर मानते हुए जिला प्रशासन से पत्रकारों को जल्द से जल्द कोविड वैक्सीन लगाने के निर्देश दिये है। जिला प्रशासन ने पौड़ी गढ़वाल के पौड़ी, श्रीनगर और कोटद्वार के राजकीय बेस अस्पताल में पत्रकारों को वैक्सीन लगाने के लिए सेंटर बनाया है। मंगलवार को फ्रंट लाइन वर्कर पत्रकारों को बेस अस्पताल कोटद्वार के वैक्सीन सेंटर में वैक्सीन लगाने के लिए घंटों लाइन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ा। इस दौरान वहां पर तैनात एक पुलिस कर्मी ने पत्रकार के साथ बदसलूकी भी की। जिससे फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहे पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। पत्रकारों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी को लाइन हाजिर करने की मांग पौड़ी पुलिस प्रमुख पी रेणुका देवी से की है।
दो दिन पूर्व सूचना निदेशक उत्तराखंड ने प्रदेश के सभी जिलों में पत्रकारों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने के निर्देश जिला सूचना अधिकारियों को दिये थे। जिसके बाद जिला सूचना अधिकारी पौड़ी की ओर से मेल के जरिए सभी पत्रकारों को सूचित किया था कि सभी पत्रकार कोविड-19 की वैक्सीन लगा ले। इसके लिए उनकी ओर से सभी पत्रकारों को एक पत्र भी जारी किया गया था। जिसके बाद मंगलवार को कई समाचार पत्रों से जुड़े पत्रकार कोटद्वार बेस अस्पताल में वैक्सीनेशन कराने पहुंचे। जहां एक पत्रकार ने वैक्सीनेशन सेंटर के मुख्य गेट पर पुलिस कर्मी को अपने संस्थान का परिचय दिया। जिस पर वहां तैनात पुलिस कर्मी ने कहा कि ‘‘तुम पत्रकार हो तो मैं क्या करूं’’। इसके बाद पुलिस कर्मी ने कहा कि तुम 12 बजे के बाद यहां वैक्सीनेशन कराने आना। 12 बजे के बाद वहां पहुंचे पत्रकारों को वैक्सीनेशन रूम में भेज दिया गया, लेकिन कुछ देर बाद फिर वहां खडे़ लगभग पांच पत्रकारों को पुलिसकर्मी ने यह कहकर बाहर भेज दिया कि जितने लोगों के वैक्सीनेशन में नाम लिखे गये हैं, आज उन्हीं पत्रकारों का वैक्सीनेशन होगा। इसकी भनक जब बेस अस्पताल के कोविड वैक्सीनेशन प्रभारी डॉ. हरेंद्र कुमार को लगी तो उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर से बाहर भेजे गए पत्रकारों को पुन: अंदर बुलाकर उनका वैक्सीनेशन कराया। वहीं पत्रकारों ने बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मी की शिकायत एसएसपी पौड़ी से की है।
ज्ञातव्य हो कि कोरोना संक्रमण काल में फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका में पत्रकार, बैंक कर्मी, विभागीय कर्मी और पुलिस कार्य कर रही है। इन लोगों का प्राथमिकता के साथ वैक्सीनेशन करने के आदेश जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने भी जारी किए थे। इसके बाद भी फं्रट लाइन वर्कर पत्रकारों को मंगलवार को कोटद्वार बेस अस्पताल में वैक्सीनेशन लगाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। पत्रकारों का कहना है कि कोरोना काल में वह अपनी जान जोखिम में डालकर शासन-प्रशासन की बात को जनता तक पहुंचा रहे है। साथ ही कोरोना काल की गंभीर स्थिति में भी धरातल पर रिपोर्टिंग कर जनता को जागरूक करने में अहम भूमिका निभा रहे है, लेकिन उन्हें सम्मान देने के बजाय उनके साथ बदसलूकी की जा रही है।