‘इमरान’ के बहाने अमेठी में फिर कांग्रेस-भाजपा में ‘सियासी रार’, सोशल मीडिया पर चल रही जोर आजमाइश
अमेठी, एजेंसी। आम चुनाव 2024 जैसे-जैसे करीब आ रहा है। अमेठी की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। तीसरी बार केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी व कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनावी रणभूमि में आमने-सामने होने की संभावना प्रबल होने के साथ ही दोनों दलों के नेता व कार्यकर्ता जोश में हैं।
हाईप्रोफाइल अमेठी में कांग्रेस व भाजपा के बीच शुरू हुई सियासी रार में इस बार इमरान को बहाना बनाया गया है। कांग्रेस ग्राम प्रधान इमरान को जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से उत्पीड़ित बता रही है वहीं भाजपा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के भादर ब्लाक के मंगरा गांव के ग्राम प्रधान इमरान से मिलने के कार्यक्रम को देश का अपमान बता कर सवाल खड़ा कर रही है। दोनों ही दलों के समर्थकों की ओर से इंटरनेट मीडिया पर रार ठन गई है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 में भादर ब्लाक के मंगरा से मोहम्मद इमरान के ग्राम प्रधान चुने जाने पर उनके समर्थकों ने बाइक रैली निकाली थी, जिसमें विवादित गाना बज रहा था। वीडियो प्रसारित होने पर पुलिस ने उस समय इमरान के विरुद्ध देशद्रोह का केस दर्ज कर जेल भेज दिया था।
तीन माह बाद इमरान को जमानत मिल गई थी। बीते 24 अगस्त को भादर के बहादुरपुर गांव में जन समस्याओं को सुनने के लिए लगी चौपाल में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री स्मृति इरानी पहुंची थी, तभी इमरान भी एक शिकायती पत्र लेकर उनके सामने पहुंच गया।
इमरान को देख स्मृति ने पूछा कि तुम वहीं इमरान हो, जो जीत के बाद देश विरोधी गाने चलवाए थे, इसके बाद पुलिस ने ग्राम प्रधान को हिरासत में ले लिया था।
रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से मुलाकात के लिए ग्राम प्रधान को मुसाफिरखाना बुलाया गया था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के जारी कार्यक्रम पत्र में ग्राम प्रधान को केंद्रीय मंत्री स्मृति द्वारा फर्जी फंसाकर उत्पीड़न करने का हवाला था, इसी के बाद दोनों दलों के साइबर योद्धा एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने कहाकि कांग्रेस का असली चेहरा एक बार फिर उजागर हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पाकिस्तान परस्त ग्राम प्रधान का सम्मान कर देश का अपमान कर रहे हैं। अमेठी की जनता इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहाकि ग्राम प्रधान होने के कारण इमरान ने अपने गांव की समस्या लेकर सांसद के पास चौपाल में गया था। समस्या सुनने के बजाय सांसद ने उसे जेल भेजवा दिया। रही बात गाने की तो इमरान का कहना है कि उसमें छेड़छाड़ की गई थी।