प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोना महामारी के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से गांव पहुंचे प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया।
प्रवासियों की आजीविका को सुदृढ़ करने हेतु उन्हें लघु उद्योगों अथवा कलस्टर खेती से जोड़ा जाना चाहिए। स्वरोजगार
अपनाकर ही आजीविका को मजबूत किया जा सकता है।
विकासखंड दुगड्डा के अन्तर्गत समस्त न्याय पंचायतों में बहुउद्देशीय स्वरोजगार चिन्तन कार्यशाला का आयोजन
किया गया। कार्यशाला में स्थानीय काश्तकार, क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों एवं प्रवासियों ने भाग लिया। कार्यशाला में वक्ताओं
ने कहा कि “मनरेगा” जैसी महत्वपूर्ण योजना में इन विभागों के साथ सम्मिलित करते हुए नई तकनीक के जरिए कृषि,
बागवानी, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, लघु उद्योगों की स्थापना, बकरी पालन, पशुपालन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी
पालन एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में सामूहिक कलस्टर खेती व अन्य कार्यों के इच्छुक लाभार्थियों को उनकी मांग के
अनुसार काम दिया जा सके। उद्यान विभाग के विशेषज्ञ डॉ. एसएन मिश्रा ने स्वरोजगार के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों
के लिए विभाग की ओर से संचालित की जाने वाली योजनाओं के बारे में बताया। कृषि एवं भूमि संरक्षण विभाग, ग्राम्य
विकास विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं के बारे में बताया। अधिकारियों ने कहा कि
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट लोकल के वोकल बनने वाले हर उद्यमी को आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वावलम्बी भारत सुदृढ
भारत बनाने हेतु कृत संकल्पित हैं। कार्यक्रम में उद्यान विभाग के विशेषज्ञ डॉ. एसएन मिश्र, कृषि विभाग के अधिकारी,
सहायक खंड विकास अधिकारी दुगड्डा, मनीष जुयाल, संदीप नेगी समेत सांसद प्रतिनिधि चण्डी प्रसाद कुकरेती, प्रकाश
चन्द कण्डवाल, सुमन देवी, रमेश चन्द्र गौड़, राजेन्द्र प्रसाद केष्टवाल, कमल जखमोला, कुतुबुद्दीन, विशम्बर लाल, पुष्पा
देवी, अनूप बहुखण्डी, संजय रावत, अजीत देवलाल, चन्द्र मोहन गौड़, कान्ता प्रसाद मनौडी आदि उपस्थित रहे।