जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर : उत्तराखंडी लोक-परंपराओं, लोक-साहित्य और संस्कृति के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर और वरिष्ठ शिक्षाविद प्रो. दाता राम पुरोहित को साल 2022 का गढ़रत्न सम्मान दिया गया है। मुंबई स्थित राजभवन में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने प्रो. पुरोहित को इस सम्मान से नवाजा।
प्रो. दाता राम पुरोहित को ये सम्मान उत्तराखंड की लोक संस्कृति को देश-विदेश के महत्वपूर्ण अकादमिक मंचों पर सशक्त माध्यम से प्रचारित प्रसारित करने और लोक संस्कृति के संरक्षण में जीवंत योगदान के लिए दिया गया है। प्रो. पुरोहित से पहले यह सम्मान जीत सिंह नेगी, कन्हैयालाल डंडरियाल, नरेन्द्र सिंह नेगी, डॉ. बीडी भट्ट, गौरा देवी जैसी उत्तराखंड की महान विभूतियों को दिया जा चुका है। इस पुरस्कार का आयोजन हर साल उत्तराखंड के जनसरोकारों से जुड़ी देश की महत्वपूर्ण संस्था गढ़वाल भ्रातृ मण्डल, मुंबई की ओर से किया जाता है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने इस मौके पर प्रो. डीआर पुरोहित, गढ़वाल भ्रातृ मण्डल के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंडी जनमानस की सरल और ईमानदार छवि की मिसाल देश विदेशों में दी जाती है जो हमारे पूर्वजों की धरोहर है। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष रमण मोहन कुकरेती ने संस्था के 94 वर्षों के गौरवशाली इतिहास का सफरनामा पेश किया। संस्था के महासचिव मनोज द्विवेदी और उपाध्यक्ष मोर सिंह नेगी ने भी सम्मान समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का सत्कार किया। कार्यक्रम में समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाली कई विभूतियों को उत्तराखंड समाज गौरव सम्मान भी दिया गया। जिनमें लोक भाषा के भीष्म कुकरेती, मनमोहन नौटियाल, वीरेन्द्र प्रसाद बडोनी, मेजर शंभू प्रसाद मिश्रा, बंशीधर गैरोला आदि शामिल रहे। संचालन डॉ. राजेश्वर उनियाल ने किया।