हेलंग घटना के विरोध में दिया धरना
पिथौरागढ़। हेलंग एकजुटता मंच ने हेलंग में महिलाओं से घास छीनकर उनसे अभद्रता के विरोध में धरना दिया और चमोली डीएम को हटाने की मांग की। मंच के पदाधिकारियों ने कहा महिलाओं ने अपने ही जंगलों से घास काटकर कोई अपराध नहीं किया है। लेकिन ऐसा करने वाली महिलाओं को घंटों थाने में बैठाने के बाद उनका चालान कर उन्हें अपराधी बना दिया गया। ऐसा कर पुलिस-प्रशासन ने सरकार की घस्यारी योजना को फेल साबित किया है। महिलाओं का अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सोमवार को हेलंग एकजुटता मंच के पदाधिकारी गोविंद कफलिया के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। कहा चमोली के हेलंग में अपने ही जंगलों से घास ला रही महिलाओं से अभद्रता की गई। उनका घास छीनकर उन्हें अपमानित किया गया। घंटों थाने में बैठाकर उनका चालान कर उन्हें अपराधी करार दे दिया। कहा एक तरफ सरकार घस्यारी योजना चला रही है। वहीं, दूसरी तरफ घास ला रहीं महिलाओं से अभद्रता हो रही है। पर्वतीय प्रदेश के हर जनपद में महिलाएं जंगलों की घास से पशुपालन कर अपनी आजीविका चला रहीं हैं। लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका जा रहा है। बावजूद इसके महिला सशक्तीकरण के झूठे दावे किए जा रहे हैं। अपने जंगलों से घास लाना महिलाओं का अधिकार है। उन्हें इस अधिकार से वंचित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा इस घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे जनआंदोलन शुरू करेंगे। यहां हरेंद्र अवस्थी, सुमित महर, हेमंत खाती, दिनेश जोशी, सुरेंद्र आर्या शामिल रहे।