मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन, निकाली आक्रोश रैली
युवा कांग्रेस सहित विभिन्न संगठनों ने कोटद्वार शहर में निकाली रैली
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी और प्रदेश की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए युवा कांग्रेस सहित अन्य संगठनों ने आक्रोश रैली निकाली। कहा कि मणिपुर में बिगड़ रही स्थिति को सुधारने के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए। देश की महिलाओं पर अत्याचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंगलवार को बड़ी संख्या में क्षेत्रीय महिलाएं व संगठनों के लोग हिंदू पंचायती धर्मशाला में एकत्रित हुई। वहां से वे विनीता भारती, कविता भारती व प्रीति के संयोजकत्व में रैली के रूप में तहसील पहुंची। तहसील में केंद्र की भाजपा नीत सरकार व मणिपुर की सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया। तत्पश्चात महिलाएं पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय पहुंची और उनके माध्यम से पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश व बाहर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं। मणिपुर घटना में केंद्र सरकार की चुप्पी से समाज सकते में है वहीं प्रदेश की बेटी अंकिता भंडारी, जिसकी निर्मम हत्या की गई थी, उसका परिवार भी लंबे समय से न्याय की बाट जोह रहा है, लेकिन अभी तक उनके पक्ष में कुछ भी सकारात्मक नहीं हो पाया है। महिलाओं को सुरक्षा देने में असफल सरकारों को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। रैली को महानगर कांग्रेस व यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी अपना समर्थन दिया। रैली में गीता नेगी, कुसुमलता, मालती गौड़, सोनिया नेगी, कंचन, रेखा, विजय रावत, जयश्री, अंकुश घिल्डियाल, ओमप्रकाश कोटला, बाबी बिष्ट, शकुतला देवी और गुड्डू चौहान आदि शामिल रहे।