पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे कर्मचारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन उत्तराखण्ड की जनपद इकाई से जुड़े कर्मचारियों ने नई पेंशन व्यवस्था को करने व पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने की मांग को लेकर शहर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जनपदीय अध्यक्ष सुजीत रावत के नेतृत्व में जनपद स्तरीय भव्य महारैली एवं महाकुंभ का आयोजन किया गया। महारैली राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार से प्रारम्भ होकर नगर निगम के पे्रक्षागृह तक निकाली गई। महारैली के पश्चात नगर निगम के पे्रक्षागृह में सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 1 अक्टूबर 2005 के पश्चात नियुक्त अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व अद्र्धसैनिक बलों की पुरानी पेंशन योजना को समाप्त करके उन्हें नई पेंशन योजना से आच्छादित कर दिया गया। जिसके दुष्परिणाम वर्तमान में सामने आ रहे है। नई पेंशन व्यवस्था कर्मचारियों के भविष्य को अंधकारमय बना रही है। 60 वर्ष की उम्र के बाद सेवानिवृत्त होने पर एक कार्मिक को लगभग 1 से 2 हजार रूपये की धनराशि पेंशन के रूप में मिल रही है। इतनी कम धनराशि में कार्मिक अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेगा। उन्होंने कहा कि नई पेंशन व्यवस्था पूरी तरह से बाजार जोखिमों के अधीन है। कर्मचारी की जिंदगी की पूरी कमाई को जबरदस्ती निजी बीमा कंपनियों के हवाले किया जा रहा है। पुरानी पेंशन व्यवस्था में कार्मिकों को जीपीएफ व निश्चित पेंशन महगांई भत्ता सहित प्रदान की जाती है। वहीं दूसरी ओर नई पेंशन व्यवस्था में निकासी व निश्चित पेंशन की किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। नई पेंशन व्यवस्था किसी भी दशा में अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व अद्र्धसैनिक बलों के सुरक्षित भविष्य के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन संगठन पुरानी पेंशन बाहली की मांग को लेकर संघषरत है। महारैली में प्रदेश अध्यक्ष जीतराम पैंयूली, डॉ. महावीर सिंह बिष्ट अध्यक्ष उमावि पौड़ी, मनमोहन सिंह चौहान, मुकेश रतूड़ी, दीपक नेगी, संदीप रावत, रोहित शर्मा, सूर्य सिंह पंवार, अजय बिष्ट, विजय नौटियाल, अजय बिष्ट, डबल सिंह रावत, अव्वल सिंह रावत, कैलाश थपलियाल, सुबोध ध्यानी, संतन सिंह रावत, रघुनाथ सिंह रावत, रंजीत कौर, अल्का बिष्ट, आशीर्ष खर्कवाल, सुनील खंतवाल, सुनील तोमर, दिलवर शाह, बलवीर रावत, केके राज, रोमा भारद्वाज, डॉ. रूबाली, डॉ. प्रशांत सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल थे।