पुरानी पेंशन की लड़ाई बनेगी जनान्दोलन
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई को जन आंदोलन के रूप में लड़ेगा। इसके लिए जल्द ही प्रदेश पदाधिकारी रायशुमारी के बाद पूरे राज्य के लिए कार्ययोजना तैयार करेगी। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पोस्ट कार्ड भेजो अभियान के बाद भी मांग पर सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो जन-जन के सहयोग के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
मीडिया गैलरी में पत्रकारों को जानकारी देते हुए संयुक्त मोर्चे के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों की हक की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कई कर्मचारी, शिक्षक ऐसे हैं, जिन्हें सेवानिवृति के बाद मायूस होकर अपने घरों को लौटना पड़ा। प्रांतीय महासचिव पोखरियाल ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को जनता चुनती है उन्हें पेंशन दी जाती है इसका कोई विरोध मोर्चा नहीं कर रहा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी जब तक सेवा में है वह भी जन सेवा ही करता है ऐसे में पुरानी पेंशन बहाल न होने से उन शिक्षकों व कर्मचारियों को अपने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो जाएगा, जो पुरानी पेंशन के दायरे में नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुददा है। इस पर चुप रहना अपने हक से वंचित होना है। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अभी राज्य भर से मोर्चे से जुड़े शिक्षकों, कर्मचारियों की ओर से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जा रहा है। इस अभियान के समाप्त होने के बाद भी इस दिशा में सरकार की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया तो बाद में प्रांतीय कार्यकारिणी इसे जन आंदोलन बनाने के लिए कार्ययोजना बनाएगी। इसके लिए सभी जनपदों में जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जनता को समस्या से अवगत कराकर साथ लेकर पुरानी पेंशन की बहाली के लिए चरणबद्ध तरीके से मोर्चा आंदोलन शुरू करेगा।